*गुमला:-गुमला कामगर कांग्रेस अध्यक्ष ने मृतक मजदूर के परिवार को किया मदद। मजदूर अमित साहू की तबीयत अचानक खराब हुई, उसे आनन-फानन में गुमला सदर हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया।एडमिट के तुरंत बाद उसकी मृत्यु हो गई, मृतक मजदूर रहने वाला बंगाल का था। गुमला तिर्रा गांव में उनका शादी ललिता कुमारी से हुई थी, अमित साहू गुमला में मजदूरी का काम करता था, और किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण किया करता था। कल लगभग 1:00 बजे मृत्यु होने के बाद इनका पार्थिव शरीर गुमला सदर हॉस्पिटल के किसी कोने में लावारिस की तरह रख दी गई थी। इनकी पत्नी रोती रही, चिल्लाती रही, पर गुमला प्रशासन या अस्पताल प्रशासन ने किसी भी तरह की मदद के लिए हाथ नही बढ़ाया।मृतक के पत्नी ने बताया कि इनके पार्थिव शरीर को बंगाल ले जाना था अंतिम संस्कार के लिए, परंतु कल से मैं अपने छोटे छोटे बच्चो के साथ भूखी प्यासी बैठकर रो रही थी,परंतु किसी ने भी मेरी मदद के लिए आगे नहीं आए मृतक के पत्नी और मो आसिफ ने इस घटना की सभी जानकारी मुख्तार आलम को फोन करके दिया , मुख्तार आलम ने अविलंब संज्ञान में लेकर अपनी टीम के साथ गुमला सदर हॉस्पिटल पहुंचा।

गुमला सिविल सर्जन महोदय से मिलकर मामले की जानकारी देते हुए एंबुलेंस की व्यवस्था करवाने को कहा। सिविल सर्जन महोदय जी ने एंबुलेंस की व्यवस्था करवाते हुए कहा कि डीजल की व्यवस्था आप लोगों को स्वयं करनी होगी, डीजल में लगभग 16000 हज़ार का खर्चा था। फिर मैंने लेबर सुपरिटेंडेंट इतवारी महतो, खाद आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी एवं खाद आपूर्ति के कम्प्यूटर ऑपरेटर अशरफ से इस घटना से संबंधित सभी जानकारी दिया। इन सभी लोगों ने मदद के हाथ बढ़ाया। असंगठित कामगार की टीम ने भी बढ़-चढ़कर मदद करते हुए डीजल एवं आने जान में जो खर्च होगी उसकी व्यवस्था करवाकर मृतक मजदूर के पार्थिव शरीर को बंगाल रवाना करवाया।मुख्तार आलम ने गुमला सिविल सर्जन एवं सभी पदाधिकारियों को मदद के लिए आभार प्रकट किया।
