कुरडेग:कुरडेग पल्ली में रविवार को कुरडेग भिखारिएट काथलिक महिला संघ का एक दिवसीय नेतृत्व सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का उदघाटन अतिथियों ने दीप जलाकर किया। मौके पर जिप सदस्य सह बीरु भिखारिएट व सोगड़ा पल्ली की सभानेत्री जोसिमा खाखा भी उपस्थित हुई। उन्होंने महिलाओं को एकजूट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज व राज्य के विकास में महिलाओं का योगदान अहम है। उन्होंने आदिवासी समाज में राजनीतिक जीवन और आर्थिक समृद्धि विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में आदिवासी समाज को विशेष अधिकार मिला है। देश,समाज और प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की संपूर्ण व्यवस्था का संचालन राजनीतिक द्वारा तय किया जाता है। राजनीतिक का मतलब शिर्फ चुनाव में भागीदारी नहीं बलि्क प्रजातांत्रिक देश की शासन व्यवस्था के प्रत्येक पहलु को गहराई से समझने और उसके अनुसार अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन का मार्ग तलाश करना है। कहा कि राजनीतिक जागरुकता के कारण ही आज तक आदिवासी समाज अपने ही राज्य में शोषित होते आए। हमे अपने संवैधानिक अधिकारों को जानने की जरुरत है।

कहा कि महिलाएं शराब की बिक्री न करें। शराब बिक्री करना छोड़ कर सरकार की योजनाओं से जुडें। कहा कि विधायक भूषण बाड़ा लगातार क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर रहते हैं। कार्यक्रम में फादर फबियन डुंगडुंग ने परिवार की पवित्रता, सीसीयूजे सदस्य अनिता रानी टोप्पो ने महिला संघ का महत्व, लीली मलिता एक्का ने आदिवासी समाज में पलायन का प्रभाव विषय पर अपनी बातें रखी। मौके पर लीला नाग फिलिसिता केरकेट्टा, जोसफा कुजूर, निलम खलखो, रजनी कुल्लू, तुलसी प्रगंट खलखो, स्वेत एक्का, जेफ्रेन केरकेट्टा, पीटर लकड़ा, डेविड तिर्की, वाल्टर टोप्पो आदि उपस्थित थे।
