ठेठईटांगर:- लोक आस्था सूर्योपासना का छठ महापर्व नहाए खाए कद्दू भात के साथ शुक्रवार से शुरू हो गया । लोक आस्था का महापर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। ठेठईटांगर प्रखंड मुख्यालय स्थित छठ तलाब की साफ-सफाई शुरू हो चुकी है। ठेठईटांगर प्रखंड विकास पदाधिकारी दूरभाष पर जानकारी लेने पर बताया प्रखंड मुख्यालय स्थित छठ तालाब साफ सफाई की जिम्मेवारी पंचायत सचिव, एवं कल्याण विभाग पदाधिकारी महावीर बडा़ईक को सौंपी गई है। प्रखंड मुख्यालय स्थित तालाब में 2 किलोमीटर दूर जोराम से भी छठ व्रती छठ करने पहुंचते हैं। ग्रामवासी लाइट एवं विद्युत सज्जा करेंगे। घरों मे छठ के लोकगीत बज रहे हैं। चार दिवसीय छठ महापर्व नहाए खाए मे अरवा चावल चने की दाल कद्दू की सब्जी खाने के साथ छठ व्रती महापर्व की शुरुआत करती हैं, कद्दू भात के अगले दिन छठ व्रती पूरे दिन उपवास रहकर शाम में खरना करती हैं, उसके बाद परिवार के लोग एवं आस पड़ोस के लोग घर जाकर प्रसाद प्राप्त करते हैं।

तीसरे दिन आस्थाचलगामी डूबते हुए सूर्य भास्कर तालाब या नदी में जाकर अर्ध दिया जाता है, उसके अगले अंतिम एवं चौथे दिन उदयीमान उगते हुए सूर्य भगवान भास्कर को प्रातः कालीन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा। इस साल 29 अक्टूबर को खरना 30 अक्टूबर को डूबते सूर्य भगवान भास्कर को अर्घ्य, 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। शुक्रवार को सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र बड़ाईक अंचलाधिकारी समीर कच्छप, मुखिया संगीता मिंज छठ घाट का निरीक्षण कर आवश्यक सभी चीजों पर दिशा निर्देश दिए।