कभी एक एक रुपए को थी मोहताज, आज हजारों में कर रही है रोजगार
जलडेगा:-प्रखंड के मयोमडेगा गांव की रहने वाली प्रेमसी तोपनो तमाम उन महिलाओं के लिए मिशाल बन गई है जो हड़िया दारू बेचकर ये कहती हैं कि उनके पास दूसरा कोई काम नहीं है। और उन तमाम पुरुषों के मुंह पर भी तमाचा है जो महिलाओं को कमजोर समझकर उन्हें पैरों की धूल समझते हैं। प्रेमसी तोपनो नाम की ये महिला कभी एक एक रुपए को मोहताज थी, पारिवारिक स्थिति इतनी खराब थी की दूसरों से उधर मांग मांग कर गुजारा करती थी। लेकिन जेएसएलपीएस से जुड़ने के बाद प्रेमसी तोपनो की जिंदगी बदल है। समूह से जुड़ने पर उसे आसानी से ऋण मिल गया और वो ऋण का पैसा से गेंदा फूल का नर्सरी की। जिसको वो अपने परिवार वालों की मदद से लगभग एक एकड़ जमीन में खेती कर गेंदा फुल की व्यवसाय कर रही है। प्रेमसी तोपनो के फुल खेती को देखने के लिए प्रतिदिन कई लोग उनसे मिलने जा रहे हैं।बताते चलें कि खेत में होनेवाले गेंदा की फूलों की माला बनाकर बाजार में बेचा जा रहा है।गेंदा फूलों की खेती कर ग्रामीण महिलाएं सशक्त हो रही हैं।

बता दें कि जनजातीय बहुल इस जिले में फूल उपजाने और उसे बाजार तक पहुंचाने वाली ज्यादातर महिलाएं ही हैं। इस वर्ष करीब सैकड़ों महिला किसानों ने फूल की खेती की थी।इन्होंने करीब लाखों गेंदा फूल की लरी तैयार की।थोक में 15 से 20 रुपये प्रति लड़ी के हिसाब से इसकी बिक्री हुई।एक-एक महिला किसान ने 25 से 30 हजार रुपये की कमाई इस सीजन में की।जिले में फूल की खेती की अपार संभावनाएं हैं। जिले में फूलों की भी जबरदस्त डिमांड है। जिले में पर्व-त्योहार के अलावा शादी- विवाह के मौसम में राउरकेला, रांची, कोलकाता से फूल जिले में मंगाये जाते हैं।फूल काफी ऊंचे दामों पर भी मिलता है।अगर जिले में फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जाये, तो काफी संख्या में लोगों को इससे रोजगार मिलेगा।साथ ही उपयुक्त कीमत पर जिले के लोगों को फूल भी आसानी से मिल सकेगी।
