सिमडेगा समाचार में छपे खबर का हुआ असर,अधिकारियों ने बाल श्रम पर की जांच

डीसी के निर्देश पर श्रम विभाग और बाल संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने जलडेगा में चल रहे निर्माण कार्य का लिया जायजा

जलडेगा:जलडेगा के चिक टोली में बन रहे गार्डवाल में ठेकेदार और मुंशी द्वारा 14 वर्ष से कम उम्र की एक नाबालिक लड़की से मजदूरी कराने का मामला गुरुवार को सिमडेगा समाचार में प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है। सिमडेगा डीसी के निर्देश पर शुक्रवार को श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मुन्ना राम, जिला बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा के अंकित कुमार, सोनी स्वेता कुमारी कार्यस्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। जांच के क्रम में मुंसी सतेंद्र यादव ने स्वीकार किया कि बच्ची से काम कराया गया था एवं उसे 250 रू प्रतिदिन की दर से मजदूरी का भुगतान किया गया था हालांकि खबर प्रकाशित होने के बाद बच्ची को काम नही करने दिया गया। श्रम अधीक्षक के समक्ष बच्ची का बयान दर्ज किया गया वहीं मौके पर कार्यरत मजदूरों एवं मुंसी का बयान भी लिया गया। श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज द्वारा जांच के लिए काम करा रहे ठेकेदार से लेबर लाइसेंस एवं योजना से संबंधित दस्तावेज की मांग भी की गई। इस संबंध में पूछने पर श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज ने कहा कि मौके पर लिए गए बयानों के आधार पर यह पाया गया है कि बच्ची से काम कराया गया था जिसे मुंसी ने भी स्वीकार किया है सभी बयानों एवं तथ्यों के जांच करने के उपरांत विभागीय करवाई की जाएगी।

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