सिमडेगा विधायक एवं उनकी पत्नी द्वारा केरसई क्षेत्र में रात में हाथी भगाने में डटे रहे

सिमडेगा: सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और उनकी धर्मपत्नी सह पाकरटांड़ जिप सदस्य जोसिमा खाखा कड़कड़ाती ठंड की परवाह किये बिना दोनों पति-पत्नी रविवार की देर रात हाथी प्रभावित गांव केउंदकासा, डीपाटोली, बैगाटोली, चेरेंजजोर,किनकेल
पहुंचे। इस दौरान विधायक ने ग्रामीणों के बीच टार्च,मोबील,चावल एव मशाल बनाने की समाग्री का वितरण किया। ग्रामीणों ने बताया कि हाथी गांव में आ धपका है। फिर क्या था विधायक भूषण बाड़ा और जोसिमा खाखा तुरंत हाथ तैयार कर हाथी भगाने जंगल की ओर निकल गए। विधायक का साहस देख ग्रामीणों में भी हिम्मत बढ़ी और वे भी विधायक के साथ हाथी भगाने में जुट गए।

बता दें कि इसी क्षेत्र में दो दिन पूर्व ही एक ग्रामीण को हाथियों ने कुचलकर मार डाला था। वहीं हाथी भगाने गए रेंजर को भी पटककर घायल कर दिया था। इसकी जानकारी विधायक को मिलने के बाद भी वे अपनी जान की परवाह किये बिना देर रात तक हाथियों को खदेड़ने में जुटे रहे। मौके पर विधायक ने तत्काल दूरभाष के माध्यम से मुख्यमंत्री सचिवालय में बात कर मामले की जानकारी दी। साथ ही हाथी के आतंक से बचाने का स्थायी समाधान करने की मांग की। विधायक के साथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष डेविड तिर्की, जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष मनोज जयसवाल, जिप सदस्य समरोम पौल टोपनो, सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता एव ग्रामीण उपस्थित थे।

हाथी के करीब न जाएं ग्रामीण, वन विभाग को दें सूचना: विधायक भूषण

मौके पर विधायक ने ग्रामीणों की समस्या भी सुनी। साथ ही हाथियों की आतंक से बचाने के लिए सरकार से मिलकर स्थायी समाधान कराने का आश्वासन दिया। विधायक ने कहा कि वे दिन में भी हाथी प्रभावित गांव आ सकते थे। पर ग्रामीणों की तकलीफों का तब एहसास नहीं होता। हाथी शाम होने के बाद ही गांव में हमला करता है। इसलिए वे रात में ही गांव पहुंचे है। ताकि हाथी को खदेड़ते हुए ग्रामीणों की समस्या को करीब से जान सके। विधायक ने हाथियों के करीब ग्रामीणों को न जाने की सलाह दी। साथ ही कहा कि क्षेत्र में हाथी आ जाता है तो उसे न छेड़े। इसकी सूचना तुरंत विभाग को दें। सूचना मिलने के बाद भी विभाग द्वारा एक्शन नहीं लिया जाता है तो इसकी सूचना हमें दें। तुरंत ऐसे कर्मियों पर करवाई की जाएगी।

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