सिमडेगा:जिले में कुल 92 गांव को हाथी प्रभावित गांवों की श्रेणी में रखा गया है। इन गांवों को हाथियों के आतंक से बचाने के लिए वन विभाग ने कवायद शुरु कर दी है। वन विभाग द्वारा इसी माह हाथी प्रभावित गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जाएगा। ताकि रात के समय भी इन गांवों में उजाला रहे। जिसे हाथी गांव तक नहीं पहुंच सके। विभाग ने इसके लिए गांव भी चिंहित कर लिया है। डीएफओ अरविंद गुप्ता की मानें तो हाथी प्रभवित कुल 92 गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाने की योजना है। इन 92 गांवों में कुल 470 सोलर लाईट लगाया जाएगा। इन सोलर लाईटों का देखरेख ग्रामीणों द्वारा ही किया जाएगा। ताकि सोलर स्ट्रीट लाईट ज्यादा दिनों तक जल सके। उन्होंने बताया कि जिले के पांच रेंज में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जाएगा। जिनमें बानो, बोलबा, सिमडेगा, कोलेबिरा और कुरडेग शामिल है। बताया गया कि सर्वे में पाया गया है कि हाथियों का झुंड उसी गांव को ज्यादा टारगेट करते हैं। जहां अंधेरा रहता है। इसको ध्यान में रखते हुए सोलर लाईट लगाने की योजना बनी है। ताकि बिजली नहीं रहने पर भी इन गांवों में लाईट जलता रहे।डीएफओ अरविंद गुप्ता ने बताया कि सोलर स्ट्रीट लाईट लगाने में कुल 16,33,250 रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सोलर स्ट्रीट लाईट 3,475 रुपए की लागत से लगेगी। सोलर स्ट्रीट लाइट लगने के बाद ये सभी गांव बिजली नहीं रहने पर भी बिजली की रोशनी से रातभर जगमग रहेंगे।विभाग द्वारा हाथी प्रभावित गांवों को चिंहित कर लिया गया है। विभाग द्वारा चिंहित किए गए सूची पर गौर करें तो बानो रेंज में सबसे ज्यादा हाथी प्रभावित गांव है। विभाग के अनुसार यहां कुल 25 गांव हाथी के आतंक से प्रभावित रहता है। इसके बाद बोलबा रेंज का 23 गांव, कोलेबिरा रेंज का 20 गांव, सिमडेगा रेंज का 14 गांव और कुरडेग रेंज का 10 गांव हाथी प्रभावित है। इन सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाने की योजना है।
