सिमडेगाः- आई.टी.डी.ए विभाग द्वारा नगर भवन सिमडेगा में वनाधिकार अधिनियम 2006 एवं अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम 1989 पर जिला स्तरीय कार्यशाला/सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन सर्वप्रथम मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त अरूणा वाल्टर सांगा द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। मौके पर पीहा फाउंडेशन के रिजिनल हेड जाॅनसन टाॅपनो, सिविल कोर्ट अधिवक्ता रांची के महेन्द्र पीटर तिग्गा, आई.टी.डी.ए निदेशक सलन भुइयां, अनुमण्डल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार, एस.डी.पी.ओ. डेविड ए डोडराय, डी.एस.पी पतरस बरवा, कल्याण पदाधिकारी सरस्वती कच्छप, परियोजना विशेषज्ञ सिमडेगा के संदीप चौधरी, सहित अन्य उपस्थित थे।अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण एवं नियमावली 1989 का उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों के खिलाफ अपराध को रोकना और ऐसे अपराध से पीड़ित व्यक्तियों को राहत और पुर्ववास से संबंधित जानकारी दी गयी तथा अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वनवासी अधिनियम, 2006 के तहत दीर्धकालीन उपयोग के लिये जिम्मेदारी, जैव-विविधता का संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखना तथा वन में निवास करने वाली अनुसूचित जनजातियों एवं अन्य परंपरागत वन निवासियों की जीविका तथा खाद्य सुरक्षा से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण नियमावली की जानकारी दी गयी।

अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति अत्याचार के तहत पीड़ित के लिए अधिनियम में मुआवजे का प्रावधान सहित अन्य अधिनियम के बारे में लोगों विस्तृत जानकारी एवं इसके प्रति लोगों को जागरूक किया गया।