प्रज्ज्वलित बिहार रांची के तत्वावधान में जलडेगा प्रखण्ड मुख्यालय एस एस +2 हाई स्कूल परिसर में पर्यटन, कला सांस्कृतिक खेल खुद एवं युवा कार्य विभाग झारखण्ड सरकार के संरक्षण में एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि के रूप में सीओ डॉ खगेन महतो, बीडीओ विजय राजेश बारला, थाना प्रभारी हिरालाल महतो उपस्थित थे। उपस्थित अतिथियों को आयोजक सदस्यों द्वारा अंग वस्त्र एवं बुके देकर स्वागत किया गया। सीओ डॉ खगेन महतो ने कहा कलाकार कला का रीढ़ होता है। कला हमारी पहचान है, हम सबको हमारी सांस्कृतिक को बचाने के लिए आगे आना होगा। थाना प्रभारी हिरालाल महतो ने कहा हमारी सांस्कृति हमारे पुर्वजों की देन है इसे संजोए रखना हमारी जिम्मेवारी है। बीडीओ विजय राजेश बारला ने कहा हमारी वेशभूषा, रहन सहन, खान पान, और सांस्कृतिक ही हमारी पहचान है। आज इस बदलते समय में हमारी वर्तमान पिढी हमारी सांस्कृतिक एवं परम्परा की जानकारी का अभाव है। झारखण्ड सरकार कला सांस्कृतिक के माध्यम जागरूक करने का काम कर रही है। ताकी अपनी परम्परा सांस्कृतिक के संरक्षण के लिए लोग तत्पर हों। सिमडेगा जिला आदिवासी सांस्कृतिक बहुल क्षेत्र है। यहां के नाच गान का भी एक उद्देश्य है, आज हमारी सांस्कृतिक में आधुनिकता एवं बाहरी सांस्कृतिक का स्थानिय सांस्कृतिक में हावी हो जा रहा है, और इस बदलाव समय में हमारी सांस्कृति, एवं परम्परा बचाए रखना एक चिन्तनीय बिषय संरक्षण की जिम्मेवारी है। आयोजक दल के द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में उत्सवनुसार ढोल, नगाड़े, मांदर, सहनाई, बांसुरी के साथ गायन एवं नृत्य प्रस्तुत कर लोगों समाजिक सांस्कृति के संबंध जानकारी एवं जागरूक किया गया है। गाना सरहुल पर्व आलक दादा, कत ई सुन्दर रे, ढोल मांदर बाजे रे बहुते माजा लागे। राटा नृत्य, जदुरा नृत्य, पैंकी नृत्य आदि स्थानिय नृत्य की प्रस्तुति की गई।
मौके पर मुखिया बालमुनी लुगून, जयंति देवी, सुभाष साहू, हेमश्रण सिंह, अर्जून होरो, रामेश्वर सिंह,चतुर बड़ाइक, गायक दल के कलाकार एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
