सिमडेगा:- सिमडेगा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत कोचेडेगा में पिछले 9 मार्च की रात में राशन कालाबाजारी के मामले में जांच के लिए पहुंचे अंचलाधिकारी एवं कार्यपालक दंडाधिकारी के ऊपर मारपीट के मामले में तीन लोगों को मुफस्सिल पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए सिमडेगा जेल भेज दिया। गिरफ्तार लोगों में अर्नेस्ट एक्का,अरुण अभय एक्का,एवं विलोकन खेस शामिल है इधर गिरफ्तारी के विरोध में काफी संख्या में महिलाओं ने गुरुवार को दोपहर में मुफस्सिल थाना का घेराव कर दिया। इधर घटना की जानकारी मिलने पर काफी संख्या में पुलिस बल प्रतिनियुक्ति करते हुए उन्हें थाना के अंदर जाने से रोक दिया गया। और मौके पर थाना प्रभारी देव कुमार दास से बातचीत होने लगी जहां पर महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को किसी ने मारपीट नहीं की है बल्कि शराब के नशे धुत में एक फैसला सुना रहे थ और खुद से गिरे हैं ।जिसे चाकू छुरी और लाठी डंडे मारपीट का आरोप लगाकर झूठा केस में उन्हें जेल भेज दिया गया।
उन्होंने रिहाई की मांग को लेकर थाना के सामने घेराव किया ।महिलाओं ने कहा कि घटना के दिन पुलिस प्रशासन भी घटनास्थल पर मौजूद थी लेकिन पुलिस प्रशासन ने भी इस मामले में सही तरीके से जांच ना करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के पक्ष में फैसला किया है। महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार मामले में भी महिला थाना में मामला दर्ज कराया लेकिन इस मामले में भी किसी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। काफी देर तक थाना के पास टिके रहने पर कार्यपालक दंडाधिकारी मोहम्मद शहजाद प्रवेश पहुंचे और उन्होंने तुरंत 5 लोगों को एसपी सिमडेगा से मिलवाने का आश्वासन दिया जिसके बाद महिलाओं को घर भेजा गया। गौरतलब होकार्यपालक दंडाधिकारी पंकज कुमार भगत को 9 मार्च की रात में गंभीर चोट लगी थी और जिन का इलाज सिमडेगा सदर अस्पताल में करने के बाद बेहतर इलाज सिमडेगा से बाहर भेज दिया गया था। इसके बाद लिखित आवेदन देकर मुफस्सिल थाना में मुखिया शिशिर टोप्पो एवं के भाई सहित कई ग्रामीणों के ऊपर मारपीट का मामला दर्ज कराया था जिसे मुखिया ने इनकार किया था।