प्रकृति उपासना का पर्व है सरहुल: विधायक भूषण बाड़ा

बीरू पंचायत के बाघूटोली में सरहुल मिलन समारोह का आयोजन

सिमडेगा:-बीरू पंचायत के बाघूटोली में सरहुल मिलन समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर मुख्‍य अतिथि के रुप में विधायक भूषण बाड़ा उपस्थित थे। विधायक भूषण बाड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि सरहुल प्रकृति उपासना का पर्व है। यह झारखंड की संस्‍कृति को दर्शाता है। यह पर्व प्रकृति का संरक्षण और इंसानों के साथ उसके प्रेम और लगाव का प्रतिक है। उन्‍होंने कहा कि सरहुल पूजा करने से घर, परिवार और समाज में सुख, शांति तथा समृद्धि आती है। यह त्‍योहार हमें प्राकृति के साथ जोड़ने का काम करता है। हमारा आदिवासी समाज के लोग सरहुल पर्व मनाकर प्रकृति के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हैं। प्रकृति भी समाज पर अपनी कृपा बरसाती है। इस दिन पेड़ पौधे और जल स्रोतों की भी पूजा की जाती है। उन्‍होंने कहा कि आदिवसी समाज के कारण ही आज राज्‍य हरा भरा है। प्रकृति पर्व सरहुल से हमें सीखना चाहिए कि हम प्रकृति का दोहन न करें। मौके पर विधायक ने सरना स्थल में जाकर पूजा अर्चना कर जिले के सुख,शांति व समृद्धि की दुआ मांगी।

प्रकृति की आराधना का त्योहार है सरहुल: जोसिमा खाखा

मौके पर पाकरटांड़ जिप सदस्‍य जोसिमा खाखा ने कहा कि सरहुल पूरी तरह प्रकृति की आराधना का त्योहार है। सरहुल दुनियाभर में लोगों को प्रकृति से मिलने वाले लाभों को याद दिलाता है। उन्‍होंने कहा कि प्रकृति हम पर निर्भर नहीं है, बल्कि हमारा अस्तित्‍व प्रकृति पर निर्भर है। यही हम इसकी सुरक्षा के प्रति सचेत रहेंगे, तो यह भी हमारे जीवन को खुशहाल बनाने में मदद करेगी।मौके पर काफी संख्‍या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डेविड तिर्की, प्रखंड अध्यक्ष नवीन बिरेन तिर्की,जिला प्रवक्ता रणधीर रंजन, उपाध्यक्ष जॉन्शन मिंज, पूर्व मुखिया शिशिर मिंज,विनय तिग्गा,पंचायत अध्यक्ष हेमंत बखला,प्रतिमा कुजूर,मंजू तिर्की,नीला नाग,सिलबेश्तर बघवार,मुकेश कुमार पांडा,सुमित केशरी,फनी मुकुट सिंह, रामकिशुन साहू,अभय केशरी,धनंजय केशरी,मोनू नायक,प्रमोध तुरी,वार्ड रेशमा देवी,श्रीकांत प्रसाद,सोनू नायक, सुकर मनी टोप्‍पो, रेशमा सोरेंग, दिब्‍या आदि उपस्थित थे।

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