बोलबा प्रखण्ड के समसेरा गाँव में बिछड़े जंगली हाथी ने तीन घरों को किया ध्वस्त

बोलबा:-बोलबा प्रखण्ड के समसेरा में झुंड से बिछुड़े हुए एक विशालकाय जंगली हाथी ने तीन घरों को ध्वस्त कर दिया। साथ ही घर में रखे धान,चावल महुआ इत्यादि खाद्यान्न को खाकर और रौंदकर बर्बाद कर दिया। दीवार गिरने से कई घरेलू सामग्री भी बर्बाद हो गये।घटना के संबंध ने मिली जानकारी के अनुसार  शनिवार की रात्रि 9 बजे अचानक एक जंगली हाथी समसेरा गाँव के  नीरू टोली आ धमका और सुखनाथ बड़ाईक के घर को तोड़ने लगा। घर तोड़ने की आवाज सुनकर गग्रामीणों ने सुखनाथ बड़ाईक के घर की ओर दौड़े।

हाथी को वहाँ से बड़ी मशक्कत से भगाया गया। घटना के समय सुखनाथ बड़ाईक अपने परिवार सहित पड़ोस के घर में सोने चले गये थे। परिवार में एक बुढ़ी माँ, पत्नी और तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। इनका घर बस्ती से किनारे जंगल की ओर है।जिससे हाथी के हमले की आशंका बनी रहती है। इसके घर पर जंगली हाथियों द्वारा पहले भी कई बार हमला कर चुका है। इसलिए सुखनाथ बड़ाईक परिवार सहित रात में पड़ोसी के घर में सोने चले जाते हैं।जंगली हाथी कुछ देर बाद नीरू टोली से आलिंगुड़ घघरीटीपा की ओर चला गया। वहाँ के ग्रामीण पहले से तैयार थे। जंगली हाथी को आता देख सभी ने एक साथ शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद जंगली हाथी समसेरा राम टोली की ओर चला गया ।

रामटोली निवासी लरंगु मांझी के घर को ध्वस्त कर दिया और घर में रखे 25 किलो राशन चावल तथा महुआ को भी खाकर एवं छींटकर बर्बाद कर दिया।इसके पहले भी जंगली हाथी दिसंबर महिने में इसके घर को ध्वस्त कर दिया था। इनका आधार कार्ड और पासबुक नहीं होने के कारण मुआवजा भी नहीं मिल पाया है। लरंगु मांझी भी जंगली हाथी के डर से रात में पड़ोसी के घर में शरण लेते हैं। घटना के वक्त ये भी पड़ोसी के घर चले गये थे। लरंगु मांझी का परिवार बहुत गरीब है इसके घर में जो भी अनाज था उसे जंगली हाथी ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। अभी इसके घर में खाने के लिए चावल का एक दाना भी नहीं है। प्रभावित परिवार ने प्रखण्ड प्रशासन और वन विभाग से तत्काल मदद की गुहार लगाई है।

जंगली हाथी घर को तोड़ने के बाद  चमाटांड़ पहुंचा और सुचिता तिग्गा पति-इरकन तिग्गा के घर को भी क्षतिग्रस्त कर धान,चावल,इत्यादि खाद्यान्न को खाकर बर्बाद कर दिया। वहाँ काफी देर रहने के बाद हाथी समसेरा अम्बा टोली पहुंचा और हेरमन खड़िया के बगान के दीवार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।इसके बाद हाथी पूर्वी नवाटोली की ओर चला गया। ग्रामीणों ने तत्काल घटना की सूचना वन विभाग को दिया । वनपाल पदाधिकारी जतरु उराँव ने सूचना पाकर वन विभाग की टीम के साथ घटना पहुंचे और घटना की जानकारी लेते हुए कहा कि ग्रामीण हाथियों को छेड़छाड़ नहुँ करें । महुवा शराब नहीं बनाएँ जंगल में आग नहीं लगाएं । जंगल में आग लगने से हाथी और भी उग्र हो जाता है उन्होंने प्रावधान के अनुसार मुआवजा देने की बात कही।

Related posts

Leave a Comment