सिमडेगा:- समाज कल्याण विभाग झारखंड सरकार द्वारा संचालित तेजस्विनी परियोजना को समाज कल्याण के निदेशक द्वारा 25 अगस्त से बंद करने को लेकर सभी जिला मुख्यालयों में पत्र भेजा है। पत्र के बाद सिमडेगा तेजस्विनी परियोजना में कार्यरत 376 से अधिक युवा एवं युवतियों ने शुक्रवार को कोलेबिरा विधायक से मुलाकात करते हुए इस योजना को लगातार संचालित रखने की मांग किया है। कोलेबिरा विधायक विक्सल कोंगाडी को ज्ञापन सोते हुए उन्होंने बताया है कि जिले में 32000 किशोरियों को क्लब के माध्यम से जोड़कर उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास को लेकर तेजस्विनी परियोजना कार्य कर रही है और इस कार्य को करने के लिए 10 प्रखंडों में टीम का गठन करते हुए 376 से अधिक बेरोजगार युवक युवतियों को 4 सालों से काम कर रहे हैं अब सरकार इस योजना को बंद कर देगी तो यहां के इतने लोग बेरोजगार हो जाएंगे साथ साथ 32000 किशोरियों का क्लब टूट जाएगा और वह पुनः एक बार भटक जाएंगे।

जिला कोऑर्डिनेटर आशीष विजय ने बताया कि 2017 से समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस अभियान में कई प्रकार की गतिविधि एवं प्रशिक्षण करते हुए किशोरी एवं युवतियों को आगे बढ़ाने का काम किया जाता है लेकिन अचानक से बंद करने की पत्र जारी होने से समस्या उत्पन्न हो गई है। वही प्रोग्राम ऑफिसर अंशु कुजूर ने बताया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तेजस्विनी परियोजना लगातार कार्य कर रही है और इसमें इतने लोग हैं इससे काफी परेशानी हो सकती है। इधर इस मामले में कोलेबिरा विधायक विक्सल कोंगाडी ने कहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी उन्होंने कहा कि यह योजना अगर इतनी महत्वकांक्षी है तो यह योजना बंद नहीं होनी चाहिए इसके लिए अपने स्तर से प्रयास करेंगे।
