सिमडेगा:- प्रशासन के सक्रियता के कारण एक नाबालिग की शादी हाेने से बच गई। बताया गया कि सदर प्रखंड के जाेकबहार में एक 17 साल की नाबालिग बच्ची की शादी गुमला जिले के पालकाेट में तय हुई थी। गुरूवार काे बच्ची की बरात जाेकबहार पहुंचने वाली थी। सारी तैयारियां कर ली गई थी। इस बात की जानकारी ग्रामीणाें के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी काे मिली। जानकारी मिलते ही प्रशासन सक्रिय हाे गया। बीडीओ ने दाे दिन पूर्व वर और वधू सहित दाेनाें के परिजनाें काे बुलाकर समझा बुझा कर शादी नहीं करने का आग्रह किया। दाेनाें ने फिलहाल शादी नहीं करने की बात कही। प्रशासन ने समझा बुझा यादी नहीं करने की बात कही कि नाबालिग से शादी करना अपराध है। बच्ची की उम्र 18 साल हाेते ही दाेनाें शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं। प्रशासन के समझाने बुझाने के बाद शादी नहीं करने की बात कहकर लाैट गए। इसी क्रम में बुधवार की शाम प्रशासन काे जानकारी मिली कि बच्ची की शादी की तैयारी उसके घर वाले कर रहे हैं और लड़की के द्वार पर गुरूवार काे बरात पहुंचने वाली है। इसकी जानकारी मिलते ही सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी और सदर महिला थाना के सब इंस्पेक्टर व थाने की पुलिस बुधवार की देर शाम उसके गांव जाेकबहार पहुंचे और शादी नहीं करने की बात कही। जानकारी के अनुसार बच्ची के परिजन शादी करने पर अड़े हुए थे। काफी समझाने बुझाने के बाद भी परिजन टाल मटाेल कर रहे थे। प्रशासन काे सूचना थी कि बच्ची की बरात गुरूवार काे आने वाली है। इसी क्रम में गुरूवार काे बीडीओ और सदर महिला थाने की पुलिस सुबह में ही जाेकबहार गांव पहुंचे और बच्ची एवं उसके परिजनाें से बरात नहीं बुलाने की बात कही। काफी समझाने बुझाने के बाद बच्ची का शादी टल गया। बीडीओ ने कहा कि दाेनाें पक्षाें काे समझा बुझा कर बच्ची के बालिग हाेने तक शादी राेक दी गई है। परिजनाें से कहा गया है कि बच्ची की उम्र 18 साल हाेने के बाद वे लाेग उसकी शादी कर सकते हैं।
