
जलडेगा – प्रखंड के टाटी पंचायत क्षेत्र के बाड़िवृंगा मरांगपिडी में सोमवार सुबह 8 बजे लगभग 11000 बिजली तार की चपेट में आने से चार बैलों की मौके पर ही मौत हो गई। पीड़ित किसानों ने बताया कि सुबह जब सब अपने अपने गांव में टहलने निकले तो देखा कि रोड में बैल मरे पड़े हैं, दुर से बिजली का तार तो दिखाई नहीं दिया परंतु थोड़ा सामने जाकर देखने से पता चला कि बिजली का तार टूटा हुआ है। किसानों की सूझ बूझ के कारण यहां किसान बाल बाल बच गए। अन्यथा हादसे में किसानों की भी मृत्यु हो सकती थी।ग्रामीणों ने कहा की बिजली विभाग की लापरवाही से ऐसे घटना हुआ है। बताया गया कि ग्रामीण और जंगली इलाकों में बिजली के खंभो को दूर दुर गाड़ा गया है, साथ ही इसमें लगाए गए तार को भी सही तरीके से नहीं बांधा गया है। यही कारण है कि आज बिना कुछ आंधी तूफान के भी तार टूट गया। घटना के संबंध में बताया गया कि गांव के जेमन कंडूलना का एक बैल, जॉनसन कंडूलना का एक बैल और जीदन कंडूलना का दो बैलों की बिजली तार की चपेट में आने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
पीड़ित किसानों को बिजली विभाग देगी मुआवजा – डॉ जॉनसन भेंगरा
घटना की जानकारी मिलते ही प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ जॉनसन भेंगरा ने अंचल के राजस्व उप निरीक्षक अभय जॉन केरकेट्टा के साथ घटनास्थल पहुंच घटना से संबंधित जानकारी ली। वहीं उन्होंने मृत पशुओं का पोस्टमार्टम भी किया और प्रभावित किसानों को बिजली विभाग द्वारा उचित मुआवजा मिलने का आश्वासन दिया।