जलडेगा: प्रखंड के रामजाड़ी कुटुगिया राजस्व ग्राम में सामुदायिक वन अधिकार के तहत गाँव के परंपरागत सीमा के अंतर्गत ग्राम सभा का अधिसूचना बोर्ड गड़ी ग्राम सभा अध्यक्ष के नेतृत्व में गांव के पहान द्वारा विधिवत पूजन करते हुए किया गया मौके पर झारखण्ड जंगल बचाओ आंदोलन के सुधीर कन्डुलना, समर्पण सूरीन अमृत डांग विशेष रूप से उपस्थित थे। साथ ही पड़ोसी गांव पैतानो, कुटुगिया, अनाई, फरसा, डुमरमुण्डा, मईलदा,ओड़गा के ग्राम सभा अध्यक्ष सचिव एवं वनाधिकार समिति के अध्यक्ष सचिव उपस्थित रहे।इस अवसर पर समर्पन सुरिन ने कहा कि वनाधिकार कानून 2006 एक केंद्रीय कानून है ।जो जम्मू और कश्मीर को छोड़कर सम्पूर्ण भारत में लागू है।अब हमारे लोगों को कानून की जानकारी रखना होगा और अपने अधिकारों को बढ़ चढ़ कर लेना होगा। जल जंगल जमीन हमारे पूर्वजों के द्वारा दिया हुआ विरासत है, इसे हमें हर हाल में बचाकर रखना होगा ।चूँकि जंगल हमारी आजीविका के साथ साथ संस्कृति भी है।पृथ्वी और पानी को बचाने के लिए जंगलों को रहना जरूरी है इसलिए पेडों की कटाई को रोकना होगा।इस अवसर पर सुधीर कंडुलना ने कहा कि ग्राम सभा की अधिसूचना बोर्ड गड़ी हमारे अधिकार के क्षेत्रों को उपयोग, सरंक्षण एवं प्रबंधन करने का अधिकार प्राप्त है।इसलिए अपने क्षेत्रों में बोर्ड गड़ी कार्यक्रम किया जाता है।
