रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुई लचरागढ़ परंपरागत इंद मेला

इंद मेला से परंपरा रीति रिवाज व संस्कृति को देखने व जिंदा रखने की मिलती  प्रेरणा :प्रो किशोर सुरीन

कोलेबिरा :प्रखंड के लचरागढ़ में ऐतेहासिक परंपरागत ईंद मेला का आयोजन रविवार को किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में किशोर सुरीन प्रोफेसर रांची कॉलेज रांची व पूर्व मंत्री एनोस एक्का,वहीं विशिष्ट अतिथि सुजान मुंडा, फुलकेरिया डांग,अजीत टोपनो व बिरजो कंडुलना शामिल हुए। मेले का विधिवत रिबन काटकर उद्घाटन किया गया । साथ ही उपस्थित अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर किशोर सुरीन  ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन से एक दूसरे से मिलने का मौका मिलता है। वही अपने परंपरा रीति रिवाज व संस्कृति को देखने व जिंदा रखने की भी प्रेरणा मिलती है ।इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन से लोगों का मनोरंजन भी होता है।समाज को एकजुट करना है,समाज की एकता जाती हित में बहुत जरूरी है।इंद्र भगवान की पूजा अर्चना और क्षेत्र में अच्छी फसल के लिए धन्यवाद अर्पित किया गया पूर्व मंत्री एनोस एक्का ने कहा इस कार्यक्रम का आयोजित करने वाले समिति के बधाई और धन्यवाद के पात्र हैं। इनके कारण हमारे संस्कृति और परंपरा अभी भी जीवित हैं।इस इंद मेला में हम इंद्र देव की पूजा करते हैं।भगवान सबके हैं हम इंद्रदेव का नमन करते हैं उनकी कृपा से हमारे धरती में अच्छी वर्षा होती है जिससे किसानों की फसलों की अच्छी उपज होती है।हम जाति धर्म की राजनीति नहीं करते हमारे लिए सभी धर्म एक समान है।सभी देवी देवता पूजनीय है।ईंद मेला का आयोजन बहुत ही सुखद है यह न सिर्फ लोगों के आपस में जोड़ती है बल्कि हमारी परंपरा को जीवित रखती है आपसी एकता और भाईचारगी को बढ़ाती हैं नाच गान हमारी संस्कृति रही है संस्कृति को बचाना हमारी जिम्मेदारी है ।नई पीढ़ी को इस बारे में अवगत कराना भी हमारा कर्तव्य है।यहां हजारों लोग सुदूरवर्ती क्षेत्र से शिरकत करते हैं। हम सभी का सौभाग्य है कि हम एक जगह एक दूसरे से मिलते हैं। जिससे लोगों ने अपनापन का रिश्ता बनता है ।उन्होंने कहा कि आज धर्म एवं समाज पर लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है इसलिए हम सब को जागरूक रहना होगा संस्कृत के साथ-साथ अपने धर्म को ही बचाना हम सभा का कर्तव्य है। मौके पर भाजपा नेता सूजन मुंडा ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। साथ ही आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत रूपेश बड़ाइक ने मां के वंदन से किया गायिका सुहाना  ने नहीं नहीं करबे रे प्यार,लोकगायक जगदीश बड़ाईक के द्वारा पुरखा कर रीति रीति भुलाथी हामे तो कने जाथी। आदि गीतों के साथ उपस्थित लोगों को झूमने पर विवश कर दिया इसके अलावा  नीतेश कच्छप हुलास महतो, प्रीतम, रुबी, सरिता बड़ाईक,अनीश महली वहीं बंगाल के डांसर रितु,सीमा,दिव्या,संगम के द्वारा एक से बढ़कर एक गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति की गई।ईंद मेला को सफल बनाने में ईंद मेला समिति लचरागढ़ के अध्यक्ष अमित साहू, उपाध्यक्ष आशीष साहू,टोनी अग्रवाल,सचिव-कुलेश सिंह,पवन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विनीत पंडा, संरक्षक-तारकेश्वर सिंह, डॉक्टर प्रभात कुमार जायसवाल,संयोजक प्रवीण साहू, राजेश अग्रवाल, सहसचिव नीतीश अग्रवाल, सुरेश द्विवेदी,आनंद पंडा, विनीत गोयल,धर्मवीर सिंह,अनुज साहू के साथ साथ समिति के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं इधर विधि व्यवस्था को लेकर कोलेबिरा पुलिस एवं प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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