सिमडेगा:कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर धार्मिक आस्था और पर्यटन का केन्द्र रामरेखा धाम सिमडेगा में आयोजित रामरेखा मेला का उद्घाटन लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत ने विधिवत नारियल फोड़कर किया।मौके पर धाम के महंत श्री अखंड दास महाराज, सचिव ओम प्रकाश साहू प्रधान संरक्षक दुर्गविजय सिंह देव,सांसद प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे। अतिथियों ने इस मौके पर गुफा मंदिर में स्थापित भगवान राम-लक्ष्मण एवं माता सीता के साथ-साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का दर्शन किया। उन्होंने विधि विधान के साथ भगवान पूजा-अर्चना भी की। साथ ही भगवान राम का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर अतिथियों का स्वागत रामरेखा विकास समिति के ओर धूमधाम से गाजे बाजे के साथ स्वागत किया गया। लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि भगवान राम की चरण स्थल रामरेखा धाम का दर्शन करना सौभाग्य की बात है।यहां आनेवाले सभी श्रद्धालुओं पर भगवान राम की कृपा सदा बनी रहे। धार्मिक आस्था एवं पर्यटन के मानचित्र पर रामरेखा धाम की अपनी अलग पहचान है। इस मेले में आने वाले सिमडेगा जिला सहित समीपवर्त्ती जिलें एवं झारखंड, छत्तीसगढ़, ओड़िसा, बंगाल अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं को शुभकामना दी। इधर एसपी सौरव ने कहा है की रामरेखा मेला को लेकर पुलिस प्रशासन पुरी तरह मुस्तैद है। सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष कौशल राज सिंह देव,पुलिस अंचल निरीक्षक रामानुज वर्मा, थाना प्रभारी अजीत प्रकाश सहित रामरेखा धाम विकास समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।

कल से उमड़ेंगे हजारों श्रद्धालु
सिमडेगा:25 नवम्बर से 28 नवम्बर तक आयोजित रामरेखा धाम स्थिति मेला परिसर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर 28 नवंबर को रात्रि 2 बजे से ही लक्ष्मण कुंड में स्नान कर विशेष पूजा-अर्चना में श्रद्धालु जुट जाएंगे। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।मेले को सफल बनाने के लिए रामरेखा विकास समिति एवं जिला प्रशासन के लोग अपने स्वयं सेवकों के साथ श्रद्धांलुओं की सेवा में मुस्तैद हैं। प्रशासनिक स्तर से भी बिजली, पानी सहित विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। साथ हीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी, ड्रोन कैमरा से नजर रखी जा रही है। सिविल में पुलिस कर्मी भी मेला के इद-गिर्द आम जन के बीच तैनात रहेंगे। दण्डाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी, जवानों की प्रतिनियुक्ति अधिक मात्रा में की गई, ताकि श्रद्धलुओं को किसी भी प्रकार समस्या ना हो।