10 की जगह मात्र 4 पंचायत सचिव और 6 जनसेवक पदस्थापित
जलडेगा: प्रखंड कार्यालय में कर्मियों की कमी के कारण विकास योजनाओं को जमीं पर उतारने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक-एक पदाधिकारी व कर्मियों पर कई-कई विभागों का अतिरिक्त प्रभार है।
प्रखंड में पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी, गोदाम प्रबंधक का पद वर्षों से खाली पड़ा है। इन खाली पदों को भरने की जगह कर्मियों को अतिरिक्त प्रभार देकर प्रखंड कार्यालय को किसी तरह चलाया जा रहा है। इसके अलावा दस पंचायतों के प्रखंड में मात्र चार पंचायत सचिव और छह जनसेवक कार्यरत हैं। वहीं दो नए महिला पंचायत सचिवो ने भी जलडेगा प्रखंड में अपना योगदान दिया है लेकिन दोनों प्रशिक्षु हैं। नियम अनुसार प्रत्येक पंचायत में एक- एक पंचायत सचिव और एक जनसेवक होना चाहिए। ऐसी स्थिति में जलडेगा प्रखंड में दो-दो पंचायतों का प्रभार सौंपकर विकास की गाड़ी को आगे बढ़ाने का कार्य लंबे अर्से से किया जा रहा है। वहीं बीडीओ, बीइईओ और चिकित्सा पदाधिकारी को भी अतिरिक्त प्रभार में जलडेगा प्रखंड की जिम्मेदारी दी गई है।इसके अलावा अलावा शिक्षा विभाग की स्थिति भी डमाडोल है यहां भी कुरडेग प्रखंड के बीईईओ अरुण पांडे को जलडेगा शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी भगवान भरोसे चल रहा है यहां भी स्थाई डॉक्टर नहीं रहने से लोगों को बाहर जाकर इलाज कराना पड़ रहा है। जलडेगा में चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर भी बानो स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर संजय कुमार रवि को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।