घाघरा:– घाघरा प्रखंड के बेती जुगनुटोली गांव के सैकड़ों महिला-पुरुष ग्रामीणों ने सरकारी बाबुओं और जनप्रतिनिधियों की असहयोगात्मक रवैये के खिलाफ एकजुट होकर श्रमदान किया और तीन किलोमीटर लंबी कच्ची सड़क का मरम्मत किया। यह सड़क चुंदरी पंचायत के बेती फुटकल मोड़ से जुगनुटोली गांव होते हुए बेती पतराटोली को जोड़ती है, लेकिन खराब स्थिति के कारण आवागमन में कठिनाई हो रही थी।ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पंचायत के मुखिया और पंचायत समिति सदस्य से सड़क मरम्मती की कई बार मांग की, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने खुद ही इस कार्य को करने का निर्णय लिया। प्रत्येक घर से कम से कम दो लोग इस अभियान में भाग लेने के लिए तैयार हुए, और मंगलवार को सभी मिलकर सड़क की मरम्मती में जुट गए।इस श्रमदान में शामिल होने वाले ग्रामीणों में सुमित्रा देवी, समली देवी, सती देवी, बसी देवी, धनमनी देवी, परमेश्वर उरांव, बसंत उरांव, दुखी भगत, सुखदेव उरांव, कृष्ना, पचा आदि शामिल थे। उन्होंने अपनी मेहनत और एकता से तीन किलोमीटर लंबे जर्जर सड़क को सुगम आवागमन लायक बना दिया।ग्रामीणों का कहना है कि यह कार्य सिर्फ सड़क मरम्मती का नहीं, बल्कि एकता और सामूहिक प्रयास का प्रतीक है। उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब सरकारी तंत्र असफल होता है, तो समुदाय की शक्ति से समस्याओं का समाधान संभव है। अब इस सड़क के मरम्मत से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सहायता मिलेगी।ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से एक नई मिसाल कायम की है, जिससे अन्य गांवों को भी प्रेरणा लेने का अवसर मिलेगा।
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