सिमडेगा:-श्रीरामरेखा धाम में माघ पूर्णिमा के शुभ अवसर पर तीन दिवसीय धार्मिक महोत्सव का समापन हवन पूजन एवं भंडारे के साथ गुरुवार को हुआ महवन पूजन में यजमान दुर्ग विजय सिंह पुरोहित भुनेश्वर पंडा ने विधि विधान पूर्वक कराया ।इसी के साथ अखंड नाम कीर्तन का समापन हुआ दधि भंजन का आयोजन कर फागुन माह का रंग अबीर के साथ स्वागत किया गया। गत रात्रि में सत्संग प्रवचन भजन किया गया संतो के द्वारा मार्गदर्शन करते हुए कहा गया हमारे सनातन धर्म में माघी पूर्णिमा का बड़ा ही महत्व है माघ माह में आने के कारण इसे माघी पूर्णिमा कहा जाता है और यह देवताओं की तिथि होती है इस दिन तीर्थ व्रत स्नान दान पुण्य का विशेष महत्व होता है कहा जाता है इस माह में देवता गण मनुष्य के रूप में मौजूद होते हैं और हरि विष्णु प्रसन्न होते हैं। संतों ने कहा देवताओं की कृपा है कि हमें यह जन्म मनुष्य के रूप में मिला है हमें अपने अवतारी पुरुषों के गुणों त्याग समर्पण और सेवा को अपनाकर चलें यह मोक्षदायिनी कर्म है श्री राम रेखा धाम के संरक्षक श्री कौशल राज सिंह देव ने संतों का स्वागत अभिवादन एवं श्रीराम रेखा धाम के भक्तों एवं श्रद्धालुओं को माघ पूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा हम सिमडेगा जिला वासी सौभाग्यशाली हैं कि हमारे जिले में स्थित श्रीराम रेखा धाम में हमारे आराध्य देव भगवान श्रीराम माता सीता भ्राता लक्ष्मण के चरण पड़े हैं ।श्री राम रेखा धाम पूज्य संतों की तपोभूमि रही है भगवान श्री राम का जीवन हमारे लिए सदा ही प्रेरणा स्त्रोत रहा है शुरू से ही एक समर्पित पुत्र पति भाई पिता सखा का जीवन उन्होंने अपने लीला में जिया है एक भक्त और भगवान का प्रेरित संबंध जो उनका वनवासियों के साथ रहा है वह सदा से ही मानव जाति को प्रेरित करता है और मानव जाति सदा से ही उनके इस पवित्र चरित्र का आभारी हैं और आभारी रहेगा और हमेशा प्रेरित होकर मानव कल्याण का कार्य करते रहेंगे। श्री राम रेखा धाम में माघ महोत्सव में सभी राज्यों के श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा और उनकी सेवा में श्री राम रेखा धाम की दायित्व वान कार्यकर्ता अधिकारी तन मन से लगे रहे।
