मवेशी, बकरी और मुर्गी को बिमारी से बचाने के लिए पहल करने की विधायक भूषण बाड़ा ने रखी मांग

विधायक भूषण बाड़ा ने विस सत्र के माध्‍यम से सिमडेगा एवं गुमला जिले के पालकोट में पदस्‍थापित पशुपालन विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण पशुपालकों के लिए किए गए सुविधाओं की जानकारी मांगी है। विधायक ने कहा कि सिमडेगा जिले में एवं गुमला के पालकोट में कितने पशु चिकित्सालय बनाये गए हैं। जिनमे से कितने खुले रहते हैं। उन्‍होंने पशुपालन विभाग के कर्मी को समय समय पर जिले के अं‍तिम गांवों में जाकर कैम्प लगाकर मवेशियों और मुर्गियों को टीका लगाने की भी मांग की है। कहा कि अक्सर अचानक बीमारी आने से मवेशी, बकरी और मुर्गियां की मौत होते रहती है। इससे इन किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। यही कारण है कि जिले में मवेशी, बकरी और मुर्गियां पालने वालों की संख्या काफी कम है। ऐसी बीमारी से बचाने के लिए विभाग द्वारा किए गए उपायों की भी विधायक ने विभाग से जानकारी मांगी है। जिसके जवाब में बताया गया कि पाकलकोट में एक भ्रमणशील पशु चिकित्‍सा पदाधिकारी प्रभार पर प्रतिनियुक्‍त है। वहीं जिले में रिक्‍त 17 पशुचिकित्‍सकों में से पहज छह पशु चिकित्‍सक कार्यरत है। बताया गया कि राज्‍य में 702 रिक्‍त पदों में से महज 493 पशु चिकित्‍सक कार्यरत है। शेष रिक्‍त पदों के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग को अधियाचना भेजी गई है। बताया गया कि पशुधनों को संक्रमित रोगों से बचाने एवं पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए समय समय पर पालतु पशुधनों का समय पर इलाज भी किया जाता है। इसके अलावे प्रखंडों में हर वर्ष दो बाद कैंप लगाकर भी पशुओं के इलाज की जानकारी, दवा दिया जाता है।

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