एआईएमआईएम के जिला संयोजक ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

सिमडेगा:-उर्दू एवं उर्दू स्कूलों के प्रति झारखण्ड सरकार की निष्क्रियता एवं भेदभाव भरे रवैया के खिलाफ एआईएमआईएम के जिला संयोजक मोहम्मद शरीफ रज़ा खां और स्टूडेंट विंग के जिलाध्यक्ष सलमान आरिफ ने सिमडेगा उपायुक्त के द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार झारखण्ड के हर एक जिले से यह ज्ञापन मुख्यमंत्री और शिक्षा पदाधिकारी को भेजा जा रहा है जिसमे यह मांग किया गया है कि झारखण्ड सरकार के द्वारा जिस तरह से मनमानी रवैया अपनाते हुए उर्दू एवं उर्दू स्कूलों के साथ भेद भाव और सौतेलापन अपनाया जा रहा है यदि हमारी मांगों पर सरकार कोई निर्णय नही लेती है तो बड़े पैमाने पर एआईएमआईएम पूरे झारखण्ड में आंदोलन करेगी।उनकी प्रमुख मांगों में पहला राज्य में वर्षों से चले आ रहे उर्दू विद्यालय को बहाल रखा जाय जो कि स्थापना पंजी में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ भी है,सभी उर्दू विद्यालयों में मुख्य उर्दू के अतिरिक्त विज्ञान,इतिहास,गणित की किताबें उर्दू लिपि में उपलब्ध कराई जाए,प्लस 2 विद्यालयों में उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में उर्दू शिक्षको का पद सृजित किया जाय,शुक्रवार को छुट्टी का प्रावधान बरकरार रखा जाय,उर्दू विद्यालयों में उर्दू को मुख्य विषय पूर्व की तरह किया जाय।इन सभी मांगों का प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 26 और 28 में लिखित रूप से मौजूद है तथा बॉम्बे हाईकोर्ट ने 2013 में हाथ जोड़कर प्रार्थना करने की अनिवार्यता नही होने का आदेश भी पारित किया है।

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