सिमडेगा:- जिले में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत् बुनियादी शिक्षा अभियान का शुभारंभ हुआ। जिसकी शुरुआत दीप प्रज्वलित कर उपायुक्त सिमडेगा आर. रॉनीटा ने शुरुआत की।बताया गया कि जिले के 132 विद्यालयों के 7800 छात्र-छात्राओं को अभियान से जोड़ा गया है। कोरोना महामारी के कारण शिक्षा की गुणवत्ता एवं बच्चों में शिक्षण की रूचि में कमी आंकी गई है। देश के 112 जिला आकांक्षी जिला की श्रेणी में शामिल है। सभी आकांक्षी जिलों में बुनियादी शिक्षा को बेहतर बनाने की दिशा मे अभियान की शुरूआत की गई है। अभियान के 100 दिवसीय कार्यक्रम के तहत् बच्चों के बुनियादी साक्षरता, भाषा, ज्ञान एवं संख्यात्मक ज्ञान, पुस्तकालय, विद्यालय प्रबंधन समिति सहित बाल संसद के महत्व एवं भूमिका पर कार्य किया जाएगा। शिक्षा विभाग एवं पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में बुनियादी शिक्षा अभियान का क्रियान्वयन किया जाएगा। उपायुक्त ने बुनियादी शिक्षा अभियान के शुभारंभ के अवसर पर कहा कि बच्चों के लर्निंग आउटकम को बेहतर करने की आवश्यकता है। बच्चों के पठन-पाठन की प्रणाली को गुणवता पूर्ण बनाना है। शिक्षा विभाग के बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी, सीआरपी बच्चों के बुनियादी शिक्षा के प्रति गहन रूप से कार्य करें। सरकार के द्वारा बच्चों के शिक्षा व्यवस्था पर राशि खर्च की जा रही है। स्वंय को बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु शिक्षण कार्य के प्रति सजग बनाये। सरकारी स्कूल में गुणवता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होने कहा कि अगर कोई बच्चा सरकारी स्कूल से पढ़कर आता है तो वो बच्चा अपने भविष्य को उज्जवल और बेहतर बना सकता है। प्रतियोगिता परीक्षा सहित नौकरी के अन्य आयामों में भी भाग ले सकता है। शिक्षा विभाग की टीम, पीरामल फाउंडेशन, बुनियादी शिक्षा अभियान की टीम को सरकारी विद्यालयों में गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर देने का निर्देश दिया। बच्चों में कॉन्फिडेंस की कमी है, इसे भी दूर करना है।

बच्चों में बेसिक शिक्षा का होना अत्यन्त आवश्यक है, तभी बच्चे अगली कक्षा मे भी बेहतर रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे। उन्होने 132 विद्यालयों में बुनियादी शिक्षा अभियान का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सभी को समन्वय के साथ कार्य करने की बात कही। कार्य की रैकिंग की जाएगी। अभियान के सफल क्रियान्वयन की समीक्षा भी की जाएगी। अभियान का साप्ताहिक प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। बुनियादी शिक्षा अभियान के अन्तर्गत बानो प्रखण्ड से 18, बांसजोर प्रखण्ड से 6, बोलबा प्रखण्ड से 10, जलडेगा प्रखण्ड से 16, केरसई प्रखण्ड से 8, कुरडेग प्रखण्ड से 14, पाकरटांड़ प्रखण्ड से 8, सिमडेगा प्रखण्ड से 16 एवं ठेठईटांगर प्रखण्ड से 18 विद्यालय शामिल है। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त अरूण वाल्टर संगा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहन जी झा, जिला शिक्षा अधीक्षक बिनोद कुमार, जिला योजना पदाधिकारी मुकेश कुमार, बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी, सीआरपी, पीरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक दीपशिखा कुमारी, पीरामल फाउंडेशन के कुमार ताराचंद, गांधी फेलो रोहित राज, तनुमोय सेन, तनुश्री सरकार, सत्या सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थें।
