राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में नेशनल कौंसिल फाॅर वूमेन्स लीडर द्वारा निकाला न्याय मार्च

सिमडेगा:सिमडेगा में नेशनल कौंसिल फाॅर वूमेन्स लीडर , खतियान बचाओ-जमीन बचाओ संघर्ष समिति एवं नेशनल फेडरेशन आफ इंङियन वूमेन के तत्वाधान में शुक्रवार को झारखंङ राज्य में महिलाओं पर हो रहे यौनिक हिंसा , हत्याओं के विरोध में न्याय मार्च निकाला गया। न्याय मार्च में शामिल युवक-युवतियों ने पीङितों को सुरक्षा, पुर्नवास और मुआवजा की माँग, स्टाॅप रेप, स्टाॅप वाॅइलेंस,हालिया घटनाओं में अंकिता सिंह के आरोपी, दुमका की नाबालिग की हत्या, जामताङा की 08 वर्षीय बच्ची के हत्यारे रंजीत हांसदा की गिरफ्तारी, काजल कुमारी के अपराधी , नरकोपी में नाबालिग से बलात्कार करने वाले अपराधी,खूँटी की दुष्कर्म के घटना के आरोपीमहिलाओं के हत्यारों तथा बलात्कारियों को कठोर से कठोर सजा दो के के नारे लगाए, सरकार से रेप एवं हिंसा रौकने के लिए कठोरतम कानून बनाने की माँग की है। नेशनल कौंसिंल फाॅर वूमेन्स लीडर की सदस्य अगुस्टीना सोरेंग ने कहा कि
अगस्त माह झारखंङ में महिलाओं के लिए बेहद खराब रहा, अंकिता सिंह, पेलोंग बानरा, दुमका की नाबालिग लङकी की मृत्य ने दहला दिया है।

लगातार हो रही नाबालिगों पर यौनिक हिंसा की घटनाओं से समाज भी शर्मशार हुआ है।अतः हमें समाज के तौर पर सभी महिलाओं की सुरक्षा और रक्षा के लिए मिलकर काम करने चाहिए। कौसिंल की तरफ से राष्ट्रीय महिला आयोग, महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा डीजीपी झारखण्ड पुलिस को ज्ञापन भी सौंपा गया है। खतियान बचाओ,जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा के निल जस्टिन बेक एवं मेरी भैलेट बाः ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। तारामनी साहू , निशा देवी, सुमंती डाँग, अनूपमा कुजूर, पिंकी देवी, सुनीता बाङा , अनस आलम आदि शामिल रहे।

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