सिमडेगा:- सिमडेगा जिले के नव चयनित होमगार्ड लगातार 25 जुलाई से नगर परिषद सिमडेगा के समीप अनिश्चितकालीन अपनी विभिन्न प्रकार की मांगों को लेकर धरना पर बैठे हैं फिर भी अभी तक सरकार की ओर से किसी प्रकार की उनकी मांगों को सुना नहीं गया है 50 वा दिन भी रात भारी वर्षा के बीच वे लोग डटे हुए हैं उनकी मांग है कि अन्य जिले के तर्ज पर उनकी बुनियादी प्रशिक्षण कराई जाए ताकि उन्हें नौकरी मिले और उनसे उनका परिवार का गुजारा हो सके उन्होंने कहा कि जब हमारी सभी प्रकार की नियम के तहत बहाली की गई तो उसके बावजूद अभी तक हमें बुनियादी प्रशिक्षण नहीं दी गई जिसके कारण आज परिवार में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई सिमडेगा जिला प्रशासन एवं विधायक सिर्फ केवल आश्वासन दिया

लेकिन अभी तक किसी प्रकार का कोई ठोस जवाब नहीं मिला जिससे कि हमें तसल्ली हो सके राज्य में आदिवासी हित की सरकार कहने वाले राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से भी किसी प्रकार की कोई सटीक कदर नहीं उठाई गई आदिवासी बहुल जिला सिमडेगा में सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। और कहा कि 1 सप्ताह के अंदर सरकार की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं मिलती है तो ठोस कदम सभी उठाने के लिए तैयार है।धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से कौशल्या कुमारी, लवली नवरंगी गौतम चीक बड़ाईक, रिंकी कुमारी शोभा कुमारी असरिता कुमारी वरदानी हैरेंज, डमरूधर पाइक,निराला कुल्लू, गीता बिलुंग बिसरानी सुरीन प्रभा केरकेट्टा, किरण बड़ाईक, शांति देवी, रोशनी डुंगडुंग, कांति देवी, कुलदीप टोप्पो, दसरू भोय, अल्बर्ट मुंडू, एवं सभी प्रखंडों के नवचयनित होमगार्ड के जवान उपस्थित थे।