जंगली हाथियों के चपेट में आने से बाल बाल बचे सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा दिनभर ग्रामीणों में बंटा हाथी भगाने की सामग्री, रात में मशाल लेकर हाथियों को भगाते रहे युवा विधायक भूषण बाड़ा बिरनिबेडा गांव में हाथी भगाने के दौरान 22 हाथियों के काफी करीब आ गए थे विधायक

सिमडेगा:दिनभर आधा दर्जन गांव में पैदल घूम घूम कर हाथी भगाने की सामग्री बांटने के बाद सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा देर रात खुद मशाल लेकर हाथियों को भगाते हुए नजर आए। इस दौरान विधायक भूषण बाड़ा बिरनीबेड़ा गांव में हाथियों की चपेट में आने से बाल बाल बच गए। हुआ यूं कि बुधवार की रात 7 बजे विधायक भूषण बाड़ा बिरनीबेड़ा सहित जोगबहर, थोलकोबेड़ा, टोंगरीटोली, भवरपानी, भण्डार टोली, बिरनीबेड़ा आदि गांव में घूम घूम कर हाथ मे मशाल लेकर पैदल ही हाथियों के झुंड को भगा रहे थे। इसी दौरान बिरनीबेड़ा गांव में लगभग 22 की संख्या में हाथियों का झुंड विधायक के बहुत करीब आ गए थे। किसी तरह विधायक वहां से निकलने में सफल रहे। हालांकि इसके बाद भी विधायक का हौसला कम नहीं हुआ। वे आधी रात तक हाथियों को खदेड़ने में डटे रहे और ग्रामीणों का हौसला बढ़ाते रहे।

विधायक द्वारा दिन के साथ साथ रात में भी ग्रामीणों के साथ उपस्थित रहने पर ग्रामीणों के अंदर भी हिम्मत बढ़ा। विधायक बुधवार को दिनभर हाथी प्रभावितों के साथ ही रहे और उनके बीच हाथी भगाने के लिए जुट का बोरा, मोबिल, ट्रॉच, पटाखा आदि समान बांटते हुए हाथियों को खदेड़ने की रणनीति बनाते रहे। विधायक पिछले एक सप्ताह में दूसरी बार हाथी प्रभावित गांव पहुंचे है। इतना ही नहीं हाथी के गांव आने के बाद से विधायक के कार्यकर्ता रोजाना ही गांव पहुंच कर ग्रामीणों की समस्या सुन रहे हैं। हालांकि विधायक के इस प्रयास में वन विभाग का साथ नहीं मिला। जिसपर विधायक ने विभाग के प्रति काफी आक्रोश दिखे।उन्होंने कहा कि वन विभाग के कर्मी लापरवाह हो गए हैं। कुछ दिन पूर्व ही गांव पहुंचकर जल्द हाथियों को खदेडने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद भी विभाग के कर्मी कुम्भकर्णीय नींद में सोए हुए हैं। ऐसे लापरवाह कर्मियों के कारण ही हमारी जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है। विधायक ने कहा कि ऐसे लापरवाह कर्मचारियों की सरकार को जरूरत नहीं। वन कर्मी अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं। बंगाल की टीम बुलाकर जल्द से जल्द हाथियों को भगाएं। अन्यथा बहुत जल्द आपके खिलाफ करवाई की जाएगी।


मेरी जनता परेशान है, ऐसे में हम घर बैठे नहीं मना सकते हैं दशहरा का जश्न: विधायक
विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि जनता की परेशानी मेरी परेशानी है। दशहारे के जश्न के बीच कई गांवों के ग्रामीण हाथियों के आतंक से परेशान है। ऐसे में वे घर बैठे पर्व त्योहार का जश्न नहीं माना सकते। उन्होंने कहा कि वे जनता की तकलीफों को ही दूर करने के लिए राजनीति में आये हैं। उन्होंने बताया हाथियों ने 6 घर को बुरी तरह से क्षति कर दिया है। साथ ही घर मे रखे अनाज को भी खा गया है।
हाथियों ने आधा दर्जन घरों को किया है क्षतिग्रस्त
विधायक भूषण बाड़ा ने बताया कि हाथियों ने आधा दर्जन ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिनमे दिब्यानी केरकेट्टा, जोसेफ बिलुंग, दिलीप बिलुंग, जेवियर बिलुंग, सिरिल बिलुंग, अशोक बिलुंग शामिल है। वहीं लगभग डेढ़ दर्जन किसानों के खेतों में लगी फसल को भी बर्बाद कर दिया है। विधायक ने जल्द से जल्द प्रभावितों के बीच मुआवजा का वितरण करने की मांग की है। विधायक के साथ हाथी भगाने के दौरान जिला प्रवक्ता रणधीर रंजन, उप प्रमुख सिल्बेस्टर बाघवार विधायक प्रतिनिधि सह जिला प्रभारी तिलका रमन, विधायक प्रतिनिधि नीरोज बड़ा, पाकरटांड़ के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अजीत लकड़ा,शशि गुड़िया, विजय स्वराज डुंगडुंग,मुखिया निराली रेखा बरवा सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।

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