गुरुकुल परंपरा शिक्षा व्यवस्था समाज के लिए संस्कार तथा नैतिक आवश्यकता की संजीवनी:-प्रो देवराज प्रसाद
सिमडेगा:सरस्वती शिशु /विद्या मंदिर सलडेगा में रविवार को पूर्व छात्र समागम का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम में श्रीहरि वनवासी विकास समिति झारखंड के प्रांत शिक्षा प्रमुख सुभाष चंद्र दुबे उपस्थित रहे।उन्होंने बच्चों को एक स्वच्छ सुंदर ,आशावादी एवं सशक्त समाज के निर्माण करने में निष्ठा पूर्वक सहयोग समर्पित करने का संदेश देते हुए सकारात्मक सोच के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध रहने का आह्वान किया ।छात्र समागम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित देवराज प्रसाद व्याख्याता सिमडेगा महाविद्यालय सिमडेगा ने वर्तमान के परिपेक्ष में सरस्वती शिशु/ विद्या मंदिर सलडेगा के गुरुकुल परंपरा पर आधारित शिक्षण व्यवस्था को आज के समाज के लिए संस्कार तथा नैतिक आवश्यकता की संजीवनी ग्रुप में प्रतिष्ठित करते हुए बच्चों को परिमार्जित जीवन जीने की प्रेरणा दी।

वहीं कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि अरुण कुमार ने बच्चों को जीवन में शिक्षा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए समाज की प्रगति के लिए सदैव चिंतनशील रहने का संदेश दिया। इस समागम कार्यक्रम में उपस्थित विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष लहरू सिं ने विद्यालय के स्थापना काल एवं समग्र अतीत पर प्रकाश डालते हुए इसके विकास के लिए सदैव तन मन धन से यथाशक्ति सहयोग समर्पित करने का आह्वान किया ।पूरे कार्यक्रम में मंच का संचालन अध्ययनरत छात्र छात्रों के द्वारा हिंदी ,अंग्रेजी तथा संस्कृत तीनों मुख्य भाषाओं में किया गया।

पूर्व छात्र सम्मेलन के इस समागम को यादगार बनाने हेतु छात्राओ के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कर दर्शकों का मनोरंजन भी किया गया और अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र साहु के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर राष्ट्रीय गीत के साथ समागम कार्यक्रम का समापन किया गया इस कार्यक्रम में संरक्षक शिवचंद अग्रवाल ,सचिव चंदेश्वर मुंडा कोषाध्यक्ष-रामकृष्ण महतो, जिला निरीक्षक-दीनबंधु सिंह , विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य , अभिभावक प्रतिनिधि, शुभचिंतक एवं प्रबुद्ध जन और सैकड़ों की संख्या में उपस्थित पूर्व-छात्र तथा अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
