ख्रीस्तीय विश्वासियों का राखबुध के साथ ही चालीसा काल बुधवार से आरंभ

सिमडेगा:ख्रीस्तीय विश्वासियों का राखबुध के साथ ही चालीसा काल बुधवार से आरंभ हो गया। राखबुध के अवसर पर धर्मप्रांत के सभी गिरजाघरों में विशेष धर्मविधि समारोह संपन्न की गई। सामटोली के संत अन्ना महागिरजाघर परिसर में आयोजित पहली मिस्‍सा बिशप बिंसेंट बरवा की आगुवाई में धर्मविधि समारोह संपन्न हुआ। अपने प्रवचन में बिशप ने कहा कि चालीसा काल त्याग-तपस्या और कृपा का उपयुक्त समय है। चालीसा काल में अपने जीवन में व्याप्त सभी बुराईयों और कमजोरियों को त्याग कर ईश्वर के पास लौट आने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि हम सेवाकार्य कर और प्रार्थनामयी जीवन व्यतीत कर अधिक पुण्य कमाएं। हमारे जीवन में ख्रीस्तीयता और मानवता भाव जागृत करने के लिए ईश्वर को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने गुनाहों के क्षमा करने के लिए अधिक से अधिक लोगो को नि:स्वार्थ भाव से भिक्षाटन करना, त्याग तपस्या करना चाहिए। धार्मिक अनुष्ठान के तहत बिशप ने राख की आशीष दी। उसके बाद समारोह में उपस्थित सभी विश्वासियों के माथे पर क्रुस चिह्न अंकित की गई। यहां दूसरी मिस्‍सा फा शैलेस केरकेट्टा और तीसरी मिस्‍सा फा इग्‍नासियुस डुंगडुंग की अगुवाई में संपन्‍न हुआ। मिस्‍सा पूजा में सहयोगी के रुप में फा फुलजेम्‍स कुल्‍लू, फा यूजिन टोप्‍पो, फा फबियन डुंगडुंग, फा हेडरी तिग्‍गा, फा एडमोन बाड़ा, फा प्रदीप आदि उपस्थित थे।


क्रूस रास्‍ता का निर्धारित किया गया समय
मौके पर राख बुधवार से पुण्‍य शुक्रवार तक हर शुक्रवार को क्रूस रास्‍ता निकालने के लिए समय निर्धारित भी किया गया। मीडिया प्रभारी सेराफिनुश कुल्‍लू ने बताया कि संत अन्‍ना महागिरजाघर में पुण्‍य शुक्रवार को सुबह नौ बजे,दिन के 11 बजे, एक बजे, दो बजे, चार बजे और पांच बजे कूस रास्‍ता का आयोजन किया जाएगा।

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