तेल, चमेली, साबुन, चंदन चाहे लगा लो सेंट… कोई नहीं रहेगा परमानेंट – दिनेशानंद मृदुल
जलडेगा:-प्रखण्ड के ग्राम पतिअम्बा में स्थानीय ग्रामीणों के तत्वावधान में शनिवार को तीन दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। इससे पहले गांव की महिलाओं द्वारा कलश शोभा यात्रा निकाला गया। कथावाचक भागवताचार्य श्री दिनेशानंद मृदुल जी महाराज ने प्रथम दिन के कथा में कहा कि भगवान का नाम मात्र ले लेने से मोक्ष की प्राप्ती हो जाएगी। भगवान का अवतार तीन कारण हेतु होता है पालन, सृजन और संघारण। और इन तीनों के जो उद्देश्य है भगवान् के पावन चरण, पावन शरण और अंत में सभी जीवों को ईश्वर अपने में ग्रहण कर लेता है।

भगवत के महतम से हजारों करोड़ों अंधकार को सुर्य अपने प्रकास से जो दुर नहीं कर सकता वो अंधकार श्रीमद्भागवत को श्रवण करने से ही जीव के हृदय गति अज्ञान रुपी अंधकार को क्षण मात्र में ही दुर कर देने वाला प्रम कल्याणमय भागवत महिमा है। ईश्वर को पाने के लिए हमें अपने हृदयस्थ से सभी बुराईयों को छोड़ना पड़ेगा, अगर भगवान को एक पुष्प भाव से चढ़ाते हैं तो भगवान आपके जीवन में फुलों की बगीया बना देगा। कलयुग में प्रभु का नाम लेने मात्र से ही है मनुष्य को मुक्ती मिल जाती है। वहीं भजन के माध्यम से कथावाचक भागवताचार्य श्री दिनेशानंद मृदुल ने ग्रामीणों को बताया की “तेल, चमेली, चन्दन, साबुन चाहे लगा लो सेंट… कोई नहीं रहेगा परमानेंट” और आवागमन लगी दुनिया में जगत है रेस्टोरेंट, अंत समय में उड़ जाएंगे, तेरे तम्बू टेंट, जगत में कोई न परमानेंट” जिसको सुन कर श्रोता जमकर हाथ खड़े कर झूमने लगे।कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर पंडित अरुण मिश्रा, चंदन मिश्रा, दिनेश साहु, भोला साहु, अनिल प्रसाद, प्रताप साहु, पिंटू साहु, कार्तिक प्रसाद, नितेंद्र प्रसाद, आलोक कुमार, जितेंद्र साहु, शैलेंद्र साहु, नरेंद्र साहु, बिपुल प्रसाद, जगदीश साहु, ललित प्रसाद, अर्जुन साहु, तपेश्वर साहु, भागीरथी साहु, सुरेश साहु, सूरज कुमार, संतोष कुमार, सुदामा साहु सहित कई अन्य ग्रामीणों की सराहनीय भूमिका रही।
