सिमडेगा:बाबू वीर कुंवर सिंह जयंती के मौके पर रविवार को डाक बंगला सिमडेगा में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सिमडेगा की ओर से विजय महोत्सव का आयोजन किया इस मौके पर बाबू वीर कुंवर सिंह यह तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए संरक्षक डीडी सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह किसी पहचान के मोहताज नहीं है उन्होंने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़कर दुश्मन के दांत खट्टे कर दिए थे।बाबू वीर कुंवर सिंह को भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के रूप में जाना जाता है. वे 80 वर्ष की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने की क्षमता रखते थे. अन्याय विरोधी व स्वतंत्रता प्रेमी बाबू वीर कुंवर सिंह कुशल सेनानायक थे. अपनी ढलती उम्र और बिगड़ती सेहत के बावजूद उन्होंने कभी भी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके, बल्कि उनका डटकर सामना किया. शौर्य गाथा और राष्ट्र के लिए उनका समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा। इस मौके छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा एक से बढ़कर एक गीत संगीत कविता एवं कई प्रकार की प्रस्तुति की जहां पर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया वह इस दौरान पत्रकारों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम से पूर्व सिमडेगा कचहरी के पास बने वीर कुंवर सिंह पार्क पहुंचकर उनके प्रतिमा पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सिमडेगा के सदस्यों के द्वारा माल्यार्पण करते हुए श्रद्धांजलि दी।मौके पर अध्यक्ष टीपी सिंह डीडी सिंह,गोर सिंह, अखिलेश सिंह,अरुण सिंह, गोरखनाथ सिंह,मितेश सिंह,सोनू सिंह,भोला सिंह, नवीन सिंह,जगदीश सिंह, शिवराज सिंह,आकाश सिंह,दिलीप सिंह, सहित समाज के सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे।
