बानो: मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग बानो में आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया । निदेशक डॉ प्रहलाद मिश्रा ने मलेरिया दिवस के बारे में बताया कि 25 अप्रैल 2007 ई.से इसे मनाया जाता है जिससे कि पूरा विश्व इस महामारी को रोकथाम कर सके। उन्होने बताया कि मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है । बरसात या वातावरण में नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी का प्रसार होता है। मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे- बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी होती हैं। वहीं बीमारी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।

हर साल भारत में मलेरिया के हजारों मामले सामने आते हैं और कई रोगियों की तो मलेरिया से जान चली जाती है । मलेरिया की गंभीरता और इसे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है। उन्होने कहा हम सब मिलकर मच्छर को पनपने ना दें, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखकर तथा मच्छरदानी का प्रयोग कर हम लोग इस बीमारी से बच सकते हैं। मंच संचालन ट्यूटर प्रभा सूरीन ने किया।आज के कार्यक्रम में प्राचार्या संगीता कुमारी, रश्मि बाड़ा ,अलविना तोपनो, निभा खलखो, लीला , माटिल्डा तिर्की प्रिया एवं सभी छात्राएं मौजूद थी।
