सिमडेगा:जम्मू कश्मीर में तैनात बीएसएफ जवान सलीम टोप्पो का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव कोचेडेगा महुआटोली पहुंचा। जहां बीएसएफ जवानों एवं पुलिस जवानों की मौजूदगी में राष्ट्रीय सम्मान के साथ दिवंगत जवान को अंतिम विदाई दी गई। पादरी की अगुवाई में मिस्सा पूजा का आयोजन कर अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर पूर्व मंत्री एनोस एक्का, मुखिया शिशिर टोप्पो, मतियस बागे, संदेश एक्का सहित पूरे गांव के लोग मृतक जवान को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे थे। सभी ने नम आंखों से जवान सलीम टोप्पो को विदाई दी। सलीम के परिजनों ने बताया कि वर्ष 1990 में सलीम ने बीएसएफ ज्वाईन की थी। सलीम वर्तमान में जम्मू कश्मीर में तैनात थे। लगभग चार माह पूर्व ही ड्यूटी के दौरान सलीम गिर कर घायल हो गए थे। गिरने के दौरान उनके सिर में गंभीर चोटें आई थी। सलीम ब्रेन हेम्ब्रेज का शिकार हो गए थे। जिसके बाद उनका इलाज आईसीयू में चल रहा था। रविवार को बीएसएफ के स्पेशल बिमान से जवान का पार्थिव शरीर रांची एयरपोर्ट तक लाया गया। जहां से शव को बीएसएफ के वाहन से महुआटोली स्थित सलीम के घर तक ले जाया गया। जवान सलीम का शव घर पहुंचते ही उनकी पत्नी, मां, दो भाई और 14 वर्षीय बटे का रो रोकर बुरा हाल था। पूर्व विधायक बसंत लोंगा भी जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंतिम विदाई देने पहुंचे बीएसएफ के जवानों ने जवान सलीम की पत्नी को आर्थिक सहयोग दिया। साथ ही आगे भी हर संभव मदद करने का भरोसा जताया। बीएसएफ जवानों ने सलीम का विधवा पत्नी को तिरंगा और सलीम की वर्दी देकर उन्हें सम्मानित किया।
