आईटीडीए विभाग द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर सेमिनार का आयोजन

सिमडेगा:नगर भवन में आईटीडीए विभाग द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। मौके पर जनजातीय विकास परिचर्चा, पेंटिंग प्रदर्शनी सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित विधायक भूषण बाड़ा, डीसी अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। मौके पर विधायक ने कहा कि आदिवासी समाज के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं। आदिवासी समाज ही प्रकृति के रक्षक हैं। हमें जंगलों, पहाड़ों, प्राकृतिक संपदा की रक्षा करनी है। दिवासी दिवस पर हमें यह प्रेरणा लेनी होगी कि हम सभी प्रकृति की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि हम भी इसी देश की मिट्टी में जन्मे है। हमारा इतिहास पौराणिक है। फिर भी हमें अनदेखा कर दिया गया। हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता को साथ रखते हुए लड़ना होगा।
आदिवासियों के प्रकृति प्रेम को अपनाने की जरुरत: डीसी
डीसी अजय कुमार सिंह ने कहा कि आदिवासी लोग प्रकृति, पर्वतों, पहाड़ों और प्राकृति की पूजा करते हैं। सभी को इनके प्रकृति प्रेम को अपनाना होगा। आदिवासी दिवस पूरी तरह से विश्व के आदिवासियों को समर्पित हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से दुनियाभर में आदिवासी जनता और उनके योगदान का जश्न मनाया जाता है।
आदिवासी समाज ने सांस्कृतिक धरोहर को बचाये रखने में निभाई है अहम भूमिका: जोसिमा खाखा
जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि प्राकृति से हीं मनुष्य का जीवन है। एक ओर जहां संस्कृति और परंपराओं के संवाहक आदिवासी समाज ने सांस्कृतिक धरोहर को बचाये रखने में अहम् भूमिका अदा की है। वहीं प्रकृति के सबसे करीब रहनेवाले आदिवासी समुदाय ने कई क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई है। संसाधनों के आभाव में भी हमारे समाज के लोगों ने अपनी एक खास पहचान बनाई है। गीत-संगीत-नृत्य से हमेशा ही आदिवासी समुदाय का एक गहरा लगाव होता है। मौके पर विधायक प्रतिनिधि मो समी आलम, विधायक प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह, अख्तर खान आदि उपस्थित थे।