सिमडेगा के मत्स्य जीवी समिति के बीच चार नाव का किया गया वितरण

आईसीएआर-सीआईएफआरआई के द्वारा आकांक्षी जिला सिमडेगा में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की दिशा में स्थानीय मत्स्य जीवी समिति को नाव शतप्रतिशत अनुदान में दी। जिला मत्स्य पदाधिकारी श्रीमती कुसुम लता ने केलाघाघ, लरबा, रामरेखा एवं कोबांग जलाशय के मत्स्य जीवी समिति के बीच एक-एक नाव का वितरण किया। उन्होने बताया कि नाव के होने से मत्स्य पालकों को मछली पालन करने मे सुविधा होगी, साथ हीं पर्यटन के रूप में भी पर्यटकों के लिए मददगार साबित होगा। समिति को इससे आम-दनी भी होगी। पर्यटकों को प्रकृति के बीच बसा जलाशय में भ्रमण करने की सुविधा मिलेगी। लाभुक समिति ने नाव पाकर खुशी का इजिहार किया। ग्रामीण क्षेत्र के जलाशय में नाव की सुविधा नहीं मिल पा रही थी, अब लरबा, रामरेखा एवं कोबांग जलाशय में नाव की सुविधा मिल सकेगी।


उन्होने बताया कि एससीएसपी एवं एसटीसी, टीएसपी योजना के तहत् जिले के छोटे जलाशयों में पेन कल्चर अधिष्ठापन से आर्थिक रूप से कमजोर समुदाय एससी एवं एसटी समुदाय के लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार एवं आजीविका का साधन उपलब्ध कराने हेतु बहुत हीं सराहनीय कदम है। एससी एवं एसटी समुदाय के लोगों का जीवन स्तर को बढ़ाने में सहयोग करेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के साथ-साथ पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने की दिशा में बहुत मजबूत कदम है। उन्होने इसके लिए आईसीएआर, सीआईएफआरआई कोलकता के निदेशक डॉ बीके दास एवं वैज्ञानिक श्री राजु एवं एके दास का आभार व्यक्त किया।

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