किसानों के लिये मील का पत्थर साबित होगा शीतल वाटिका:गीता बड़ाईक

सिमडेगा:सिमडेगा जिला में किसानों के अच्छा पैदावार , अच्छी उपज एवं गुणवत्तापूर्ण फसल के लिये शीतल वाटिका फाउंडेशन लगातार प्रयाश कर रहा है ।बुधवार को सभी प्रखण्ड में प्रखण्ड समन्यवक किसान सहायता समूह को जागरूक करने में पंचायत समन्वयक के साथ मिल कर काम कर रहा ह किसानों के जागरूकता के लिये जिला कार्यालय में सिमडेगा  तथा केरसई प्रखण्ड के सभी पंचायत समन्वयक के सदस्य को  बैठक बुलाकर प्रशिक्षण दिया गया  बैठक में  सिमडेगा प्रखण्ड समन्वयक गीता बड़ाईक ऑर्गेनिक खाद एवं कृषि से संबंधित आवश्यक जानकारी देकर बैठक का शुरुवात किया । साथ ही जिला समन्वयक द्वारा निर्देश भी दिया गया कि सभी पंचायत ही नही गाँव के एक-एक किसान तक पहुँचे और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो का अवलोकन भी करें । सभी पंचायत समन्वयक  तत्काल किसान को उन्हें ऑर्गेनिक खाद के फायदे की जानकारी दें । मिट्टी की उपजाऊ छमता के बारे तथा मिट्टी का जाँच करने की जानकारी भी किसान को होनी चाहिए क्योंकि किसी भी मिट्टी में कोई भी फसल के उपयुक्त नहीं होता इस लिये किसान अपने मिट्टी की भी जाँच अवश्य कराए तब ही पैदावार में बृद्धि हो पाएगी साथ ही किसान के बच्चे की शिक्षा को लेकर शीतल वाटिका फाउंडेशन यह भी प्रयाश कर रहा है कि पंचायत ही नहीं ग्राम स्तर पर किसान के बच्चे को विद्यालय की पढ़ाई वावजूद वहीं के कोई भी शिक्षित बेरोजगार युवक या युवती जो शिक्षा मित्र बन कर  बच्चों को  समय निकाल कर अतिरिक्त शिक्षा दे तथा यह काम सेवा भाव से कर सकता हो इसका भी प्रयाश कर रहा है । ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा  समय पर मिल सके ।

जिला समन्वयक गायत्री बड़ाईक अपने उद्बोधन में यह भी कहा कि जिसके पास पैसा है वो तो अपने बच्चों को अच्छा विद्यालयों में पढ़ाने के बाबजूद ट्यूशन भी उपलब्ध कराता है लेकिन हमारे गरीब किसान अपने बच्चों को गाँव के ही सरकारी विद्यालयों में पढ़ाता है और गरीबी के कारण ट्यूशन भी नहीं पढ़ा सकता है । इस लिये यही शिक्षा मित्र गरीब किसानों के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम करेगा । प्रखण्ड समन्वयक अपने शब्दों में कहा कि सभी पंचायत समन्वयक गाँव के अंतिम किसान तक पहुँचे और अपने उद्देश्य को किसान तक पहुचायें ।  बैठक में ठेठईटांगर प्रखण्ड समन्वयक चंद्रभूषण बड़ाईक  अपने शब्दों में कहा कि  किसान का सर्वे कर लें तथा कुशल किसान का ऑन लाईन नाम अंकित कर रजिस्ट्रेशन कर लें । उन्होंने मोबाईल के माध्यम से किसान का  ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन करने की बिधि एवं जानकारी भी दिया ताकि सही समय पर सही जानकारी , गुणवत्तापूर्ण खेती करने एवं ऑर्गेनिक खाद को बढ़ावा देने का लाभ किसान को दिया जा सके बैठक के अंत में केरसई प्रखण्ड समन्वयक प्रतिमा मिंज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर बैठक का समापन किया गया बैठक में जिला समन्वयक के अलावा पाकरटांड प्रखण्ड समन्वयक लखपति जी , केरसई प्रखण्ड समन्वयक प्रतिमा मिंज , ठेठईटांगर प्रखण्ड समन्वयक चंद्रभूषण जी गीता बड़ाईक तथा लगभग 20 पंचायतों से पंचायत समन्वयक उपस्थित थे।

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