सिमडेगा: सिमडेगा प्रखंड के तामड़ा पंचायत के सिकसुरा राजस्व ग्राम में बुधवार ग्राम आम बैठक कर झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन के अनूप लकड़ा एवं खुशीराम कुमार को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।बैठक की अध्यक्षता लेबिन सोरेंग ने किया। इस अवसर पर अनूप लकड़ा ने बनाधिकार कानून 2006 को बिस्तार पुर्वक बताते हुए कहा कि जल जंगल जमीन के साथ साथ जैव विविधता की सुरक्षा करना हमारा मौलिक अधिकार है। हमारे पूर्वजों ने हजारों साल जल जंगल जमीन की रक्षा करते आये हैं और इस बात को हमारे पूर्वज भली भांति जानते थे कि जंगल हमारी भाषा संस्कृति के साथ साथ जीविका का मुख्य संसाधन है।अभी ऐसी स्थिति हो गई है कि जंगल है तो जिंदगी है इसलिए हमें पेडों की कटाई को हर हाल में रोकना होगा।मौके पर खुशीराम कुमार ने कहा कि हमारा क्षेत्र पाँचवी अनुसूचि क्षेत्र के अंतर्गत आता है यहाँ पेसा कानून लागू है लेकिन दुर्भाग्य है कि पेसा कानून की नियमावली झारखंड में अनेकों सरकार ने राज किया लेकिन आज तक नहीं बनाया जिससे पेसा कानून का घोर उलंघन हो रहा है। अब हमें संगठित होकर अपने अधिकारों को लड़कर लेना होगा चूंकि अभी भी बहुत से गाँव घरों के बीच में दलालों एवं ठीकेदारों के द्वारा कानून की धजिया उड़ाते हुए शोषण किया जा रहा है साथ ही साथ जाति धर्म और राजनीतिक दृष्टिकोण से फुट डाला जा रहा है।धन्यबाद जगदीश साहू ने किया।बैठक में पहान किशोर तिर्की, राधा देवी, संगीता डुंगडुंग, पूनम टेटे, गुड़िया अंजुम, सुमिरा बड़ा, बिबियाना सोरेंग, करदुला कुल्लू, इन्द्रो देवी, अमृता एक्का, नीलिमा बरला, माधुरी कुल्लु, देवंती देवी, रोपण महतो अनिल डुंगडुंग किशोर तिर्की, सुलेमान केरकेट्टा, घूरन यादव, लछु अहीर, पीटर डुंगडुंग,ज्योति सोरेंग, जयमती एक्का कल्याणी डुंगडुंग, फ्रिस्का सोरेंग, सिलेना कुल्लु सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
