जलडेगा:-वन विभाग के द्वारा जलडेगा थाना क्षेत्र के लमडेगा पंचायत क्षेत्र के दियुरगढ़ा और हुटूटूवा गांव के पास झाड़ियों में तस्करी के लिए अवैध रूप से काटे कर रखे गए साल का बोटा जब्त किया गया है।मिली जानकारी के अनुसार वन प्रमंडल पदाधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त स्थल पर अवैध रूप पेड़ों को काटकर तस्करी के लिए रखे गए हैं।जिसके बाद वन प्रमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर एक टीम गठित कर उक्त जगह पर छापेमारी की गई।

बताया गया कि तस्करों द्वारा बोटों को ऐसे जगहों पर छुपाया गया था कि ग्रामीणों के सिवाय किसी को इसकी खबर नहीं हो सकती थी, छापेमारी टीम ने द्वारा बोटों का मिलान किया गया जहां कुल 388 बोटा पाया गया। वन विभाग द्वारा बताया गया कि हुटूटूवा में 120 बोटा और लमडेगा दीयुरगढ़ा के पास 268 बोटा पाया गया।

वन विभाग के कर्मियों द्वारा सभी बोटो की मापी की गई एवं जब्ती का मार्का लगाया गया। इन साल बोटों को कोलेबिरा लाने में विभाग के होली छुट्टी होने के कारण 3 दिन लग गए। इस तरह की छापेमारी लगातार वन विभाग की ओर से जारी रहेगी वन विभाग ग्रामीणों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए अपील करती है कि लकड़ी तस्करी के मामले में विभाग को सूचना देकर सहयोग करें वन विभाग लकड़ी तस्करों के खिलाफ जरूर कार्रवाई करेगी।

इस छापेमारी अभियान में वन प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार गुप्ता, वन क्षेत्र पदाधिकारी राजेश्वर पासवान, वन परिसर पदाधिकारी राजेंद्र सिंह, वन उप परिसर पदाधिकारी अनुज मिंज, प्रदीप कुल्लू, नीतीश कुमार, हेमंत केरकेट्टा एवं अन्य वन कर्मी शामिल थे।बताया गया की लकड़ी के बोटों की कीमत लगभग 25 से 30 लाख तक की है।