जलडेगा: प्रखंड के पतिअम्बा सराई टोली निवासी अमित चीक बड़ाईक मानसिक स्थिति खराब होने के कारण केरल की गलियों में भटकने का खबर दैनिक अखबारों में प्रकाशित होने के बाद सिमडेगा डीसी ने मामले को गंभीरता से लेकर श्रम अधीक्षक सिमडेगा को अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए अमित को सकुशल घर वापस लाने का निर्देश दिया था।सिमडेगा डीसी के निर्देश के बाद श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज खुद इस मामले को गंभीरता से लेकर अमित के घर वालों से बात की, वहीं उन्होंने घर में उसकी विधवा मा से भी पारिवारिक स्थिति का भी हाल चाल जाना।

सिमडेगा डीसी और श्रम अधीक्षक के पहल पर मंगलवार सुबह 7 बजे घनबाद अलेपी ट्रेन से अमित बानो स्टेशन पहुंचा, जहां से अमित को लाने के लिए उनके परिजन पहुंचे हुए थे। अमित के घर पहुंचते ही श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज, बीडीओ विजय राजेश बरला भी अमित से मिलने उसके घर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। पूछताछ में पता चला कि अमित उसके मौसेरे भाई के साथ काम के तलाश में केरल गया था, उसको पहले से मिर्गी का बीमारी भी है, जिसके कारण वो बीच बीच में अपना होश खो देता है। यही कारण था कि अमित केरल में भटक गया था।
अमित के घर में जॉब कार्ड, राशन कार्ड तो है पर घर वालों ने आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया है, बीडीओ ने अमित की मां फ्लोरेसिया देवी को प्रज्ञा केंद्र जाकर आयुष्मान कार्ड बनाकर अमित का इलाज कराने को कहा। वहीं श्रम अधीक्षक ने श्रमिक मित्र आलोक कुमार को अमित के परिवार के सभी सदस्यों का अविलंब ई श्रम कार्ड और असंगठित कार्ड बनाने का निर्देश दिया।इस दौरान सांसद प्रतिनिधि सुजान मुंडा और प्रखंड श्रमिक मित्र आलोक कुमार भी उपस्थित थे।