सिमडेगा:सदर प्रखंड अंतर्गत तामड़ा पंचायत में गुरुवार देर रात चैता गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां पर एक से बढ़कर एक चैत महीने में गाने वाले पारंपरिक गीतों के साथ लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया ।कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना के साथ शुरू की गई।

जिसके बाद बारी बारी से अलग-अलग प्रकार के भजन गाए गए। जिसके बाद सिमडेगा से आए हुए गणेश केसरी एवं गणेश साव के द्वारा इसकी शुरुआत की जहां पर चैत महीना में पारंपरिक चैता गायन की शुरुआत की गई।जहां पर युवाओं का विशेष सहयोग रहा। जहां पर सभी लोगों ने मिलकर देर रात तक अलग-अलग गीतों के साथ चैता गीत गया।
गांव के वरिष्ठ मुन्ना साव ने बताया कि तामड़ा गांव में शुरुआती दौर से ही परंपरा रही है कि चैत्र महीने पर सामूहिक रूप से कार्यक्रम आयोजन कर चैता गायन का आयोजन किया जाता है और जिसमें सभी वर्ग के लोगों को सम्मिलित किया जाता है। मान्यता है कि गांव एवं मिट्टी की परंपरा रही है जिसे बरकरार रखने के लिए इसे सैकड़ों वर्षो से लगातार जारी रखा गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे इसकी प्रचलन कम हो रही है लेकिन युवाओं में जिस प्रकार से उत्साह दिख रहा है आने वाले दिनों में अपनी संस्कृति को बचाए रखेंगे।
मौके पर मुख्य रूप से अशोक केसरी ,अमृत केसरी ,पुनीत साव, कृष्णा केसरी, पिंटू केसरी, विकास साहू,पप्पू केशरी,राजू केशरी,मुखिया हीराराम ,बृजमोहन साव,राधेश्याम केसरी, भोला साव सुबोध केसरी ,लक्ष्मी केसरी, दीपक केसरी ,सुंदर साव, मनोज केसरी ,छठकु केसरी ,जयंत केसरी ,राजेंद्र केसरी पुनीत राय, सहित की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
