कोलेबिरा विधायक ने सदन में उठाई जंगलों के उत्पाद पर निर्भर दैनिक मजदूरों की राशि पर वृद्धि की मांग

सिमडेगा:-कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जंगलों के उत्पाद पर निर्भर दैनिक मजदूरों के अति आवश्यक बिन्दु पर सरकार एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मांग रखी है। विधायक ने अपने मांग पर सदन में कहा है कि हमारा झारखण्ड राज्य जंगलों से घिरा हुआ है, यहां पर निवास करने वाले मजदूर जंगल के केन्दू पत्ता तोड़कर जीवन व्यतीत करते हैं,और इससे राज्य सरकार को राजस्व की भी प्राप्ति होती है। जंगलों में निवास करने वाले मजदूर कमर तोड़ गर्मी के मौसम में अपना खून पसीना बहा कर केन्दू पत्ता तोड़ता है,उस पत्ते का देख भाल करता है, किन्तु उसके मेहनत के स्वरूप मजदूरी नहीं मिलती है।जो अत्यंत दुखद है।उन मजदूरों को आधी मजदूरी भी नहीं मिल पा रहा है। जबकि दिन भर में मजदूर 100 पोला यानी मुट्टा  ही तोड़ पाता है और एक पोला में 52 पत्ता होता है, बदले में उस मजदूर को मात्र 121 रूपया प्रति दिन मजदूरी भुगतान किया जाता है।जो बहुत ही कम है।इसलिए मैं आमजनों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार से मांग करता हूं कि मजदूरों का मजदूरी में वृद्धि की जाए।

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