हाथी कुचलने से किसी की जान चली गई तो कोई कुंए में कूदकर बचाया जान

जलडेगा थाना क्षेत्र के परबा पुटकलटोली, कुजूर टोली, लेडीबांधा, सिहरमुण्डा और भालूघुटखुरा में बुधवार रात एक जंगली हाथी ने जमकर उत्पाद मचाया है। किसी की जान चली गई तो कोई कुंए में कुदकर जान बचाया। ग्रामीण हाथी की डर से रातभर परेशान रहे तो वन विभाग के कर्मचारी चैन की निंद सोते रहे ग्रामीण फोन पर कहते रहे गांव में हाथी घुसा है, अभी यहां तोड़ा अभी उसके घर में घुसा, कभी विडीयो बनाकर दे रहे हैं तो कोई फोटो डाल रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से पल पल की जानकारी विभाग के कर्मियों तक पहुंचती रही लेकिन वन विभाग हिला तक नहीं। ग्रामीणों से 7:10 बजे गांव में हाथी घुसने की सुचना मिला एवं 7:40 बजे गांव के सलमोन बुढ के घर को तोड़ने का ग्रामीणों ने फोटो भेजा और अगले ही पल 7:53 बजे घर तोड़ने का फोटो के साथ खबर प्रकाशित किया गया कि हाथी ने सलमोन बुढ़ और पुनिया गंझू नामक एक व्यक्ति का घर तोड दिया है। इसके बाद तत्काल ग्रामीणों द्वारा हाथी खदेड़ने का विडियो वायरल किया गया। सोशल मीडिया में डालने से सभी जिम्मेदार अधिकारी, जनप्रतिनिधि और वन विभाग के कर्मियों को जानकारी तो हो गई लेकिन ग्रामीणों की परेशानी को किसी ने भी नहीं समझा।

कुंए और गड्ढा में कुद कर बचाया जान, गंवानी पड़ी दांत

बताते चलें कि देर रात ही जंगली हाथी ने डोंगादरहा, लेडीबांधा में पुष्पा देवी नामक 45 वर्षीय महिला को कुचलकर मार डाला, पड़ोसी के घर से आने के क्रम में पुष्पा हाथी के चपेट में आ गई और हाथी के कुचलने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सिहरमुण्डा में साहिल गंझू नामक एक युवक ने कुंए में कुदकर जान बचाया कहा कि हाथी भगाने के क्रम में हाथी मुझे ही दौड़ाने लगा सामने कुआं में कुदकर जान बचाया हूं, जान तो बच गई लेकिन कुआं में कुदने के कारण दो दांत टूटकर गिर गए। परबा पुटकल टोली में सलमोन बुढ, पुनिया गोंझू नामक युवक का घर तोडा एवं लगभग 5 किवंटल भंडारित अनाज खा गया। एवं एतवारी बुढ का घर तोडा। इसी क्रम में पुनिया गंझू को भी हाथी दौड़ाया तो वो जान बचाने के लिए गड्ढा में कूद गया।

मौत के बाद अधिकारियों का तांता

प्रातः घटना की जानकारी के बाद एक एक कर अधिकारी पहुंचे लगे। थाना प्रभारी हीरालाल महतो दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और कानुनी प्रक्रिया करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल साहिल गंझू का प्राथमिक उपचार शुरू किया गया। विधायक नमन विक्सल कोनगाडी के निर्देश पर मृतक के परिजनों को एक हजार रूपए दिया गया। वन क्षेत्र पदाधिकारी राजेश्वर पासवान तत्काल राहत के तहत 10 हजार दिए‌ एवं क्षतिपूर्ति का जायजा लिया। बीडीओ विजय राजेश बारला, सीओ डॉ खगेन महतो, मुखिया बिमला देवी ने भी मृतक परिवार का हाल जाना।

जलडेगा वन क्षेत्र में नियुक्ति और ड्यूटी कोलेबिरा में

रात्रि घटना के बाद से ग्रामीण वन विभाग के कर्मचारीयों से आक्रोशित नजर आए। ग्रामीणों का आरोप था वन कर्मी जंगली हाथियों को लेकर कोई स्थाई उपाय नहीं कर रहे है। ग्रामीण भरोसे खानापुर्ती की जा रही है। सरकार ग्रामीणों की सहायता के लिए वन कर्मियों की नियुक्ति तो की है लेकिन कर्मी कोलेबिरा में रह कर ड्यूटी कर रहे हैं। विभाग की उदासीन रवैए के कारण ग्रामीणों की जान जा रही है। ग्रामीणों ने कहा की उप परिसर पदाधिकारी के रुप में जलडेगा वन क्षेत्र की रखवाली के लिए नितीश कुमार, हेमन्त कुमार, प्रदीप कुल्लू और सत्येन्द्र बडाईक नियुक्ति की गई है लेकिन सभी लोग कोलेबिरा मुख्यालय में रहकर ड्यूटी करते हैं।

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