देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित कुल 14 लोगों की हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गई थी जिसके बाद पूरा देश गम के माहौल में डूब गया था देश को एक बड़ी क्षति हुई थी क्योंकि जनरल बिपिन रावत ने कई ऐसे अदम्य साहस का कार्य किया था जिसके कारण देश भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में देखने से भी कतराते थे ऐसे में उनका चले जाने से पूरे देश भर में गम का माहौल था और लोगों ने अपने-अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी थी वही इस बीच सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ, यह सभी जानना चाहते हैं। इस बीच एक बड़ी खबर आई है।सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक हादसे के संबंध में जांच के लिए गठित की गई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट से जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार हेलिकॉप्टर क्रैश होने का एक बड़ा कारण खराब मौसम माना जा रहा है।हमारी सहयोगी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। अब लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए इसे भेजने का काम किया है। जल्द ही यह रिपोर्ट वायुसेना प्रमुख को सौंप दी जाएगी।हालांकि, वायुसेना की ओर से रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से मीडिया में जो खबर चल रही है, उसमें क्रैश के कारणों की जांच कर रही कमेटी ने पाया है कि खराब मौसम की वजह से पायलट ‘डिसओरिएंट’ हो गए होंगे, जिसके चलते हादसा हो गया।तकनीकी भाषा में इसे सीएफआईटी यानि ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन’ के नाम से जाना जाता है।गौरतलब हो सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोगों की क्रेश में मौत के बाद वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश हादसे के बाद दिए थे, जो दुर्घटना की वजह का पता लगाने में जुटी है। वही बताया जा रहा है कि तीनों सेनाओं की जांच रिपोर्ट पूरी होने के करीब है और इसे अगले हफ्ते वायुसेना के मुख्यालय को सौंपने का काम किया जाएगा।घटनाक्रम से अवगत लोगों ने बताया कि लंबी-चौड़ी रिपोर्ट को सौंपे जाने के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा है। समझा जाता है कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली जांच टीम ने हादसे के लिए जिम्मेदार संभावित मानवीय त्रुटि सहित सभी संभावित पहलुओं की छानबीन की है।साथ ही, इस पहलू की भी जांच की है कि जब हेलीकॉप्टर उतरने की तैयारी कर रहा था, तब चालक दल के दिशाभ्रमित होने का कहीं यह मामला तो नहीं है।।? बता दें कि तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर एमआई-17वी5 का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकार्डर दुर्घटना स्थल से नौ दिसंबर को बरामद किया गया था।
