अलविदा जुमे के मौके पर मस्जिदों में उमड़ी भीड़ नमाज अदा के साथ मांगी गई अमन चैन की दुआ

सिमडेगा:जिला मुख्यालय सहित विभिन्न ग्रामीण इलाकों की मस्जिदों में  शुक्रवार  को अलविदा जुमे की नमाज अदा की गई। इस मौके पर विभिन्न मस्जिदों में इस्लाम मतावलंबियों की भीड़ उमड़ी। शहर की जामा मस्जिद में मौलाना शकीब कासमी ने अपने संबोधन में कहा कि माहे रमजान के आखिरी जुमे में अल्लाह की खास रहमत होती है। वहीं रजा मस्जिद में मौलाना रौशनुल कादरी और हाफिजो कारी मो शहिद ने अपने संबोधन में कहा कि अलविदा जुमे में अल्लाह की खास रहमत नाजिल होती है। उन्होंने कहा कि जब इंसान नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद की ओर जाता है तो रहमत के फरिश्ते उसे घेर लेते हैं और उसके रहमत और मगफिरत की दुआ करते हैं। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने का चांद नजर आता है और मुस्लिम समाज माहे रमजान के आने की खुशी मनाता है, और जब रमजान का महीना अलविदा होने लगता है। मौके पर विभिन्न मस्जिदों में मौलाना ने अलविदा जुमे की नमाज की अहमियत की जानकारी दी। जबकि मदीना मजिस्द में मौलाना अशरफ, मक्का मस्जिद में मौलाना असिफुल्लाह मजाहरी ने नमाजे जुमा अदा कराई।

रमजान का पाक महीना गुजरने वाला है: पेशे इमाम

ठेठईटांगर: मस्जिद के पेशे इमाम ने कहा कि रमजान का पाक महीना गुजरने वाला है। उन्होंने कहा कि रमजान का महीना जिस प्रकार रोजेदार अपनी इच्छाओं को काबू में रखते हुए बुराइयों से स्वयं को बचाते है। उसी तरह बा अन्य माह में भी बुराइयों से बचने की कोशिश करनी चाहिए।



ईदगाह में 7 :30 बजे होगी ईद की नमाज

ईद-उल-फितर के नमाज का समय निर्धारित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार ईदगाह और जामा मस्जिद में ईद की नमाज सुबह 7:30 बजे अदा की जाएगी। जबकि जामा मस्जिद में 7 बजे नमाज ईद अदा की जाएगी। इधर अंजुमन फैजुर रज़ा की बैठक हुई,जिसमे सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ कि ईद की नमाज़ गौसिया मस्जिद मोजाहिद मुहल्ला,खैरण्टोली में सुबह 7:30 बजे और रज़ा मस्जिद इसलामपुर में 8 बजे होगी

खत्म तरावीह की नमाज में उमड़ी अकीदतमंदों की भीड़

जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों की मजिस्दों में खतम तरावीह की नमाज गुरुवार की रात समाप्त हो गई। उल्लेखनीय है कि माहे रमजान के मौके पर मस्जिदों में हाफिज द्वारा कंठस्थ कुरान को सुनाया जाता है। वहीं खत्म तरावीह के मौके पर गुरुवार की रात विभिन्न मस्जिदो में काफी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबियों की भीड़ उमड़ी। वहीं रजा मस्जिद में देर रात सलातो सलाम और फातिहाख्वानी के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।

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