15 सूत्री मांगों को लेकर रसोईया संयोजिका संघ द्वारा पैदल मार्च कर समाहरणालय का किया घेराव

सिमडेगा:झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोईया संयोजिका अध्यक्ष संघ द्वारा अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर सिमडेगा अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से पदयात्रा करते हुए सिमडेगा समाहरणालय पहुंची और डीएसई कार्यालय का घेराव की गई हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें गेट पर ही रोक दिया ।जिसके बाद कार्यक्रम सभा में तब्दील हो गई जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजित प्रजापति  ने बताया कि सरकारी विद्यालय में वर्षों से गरीब महिलाएं रसोईया पद पर रोज मात्र ₹6.6 साथ पैसा में काम कर रही है जबकि संयोजिका का शुरू से आज तक सरकार फ्री में काम ले रही है। इनकी मांग को लेकर आंदोलन चलाई गई इस बार 24 सितंबर 2022 को शिक्षा मंत्री से वार्ता हुई थी जिसमें 5 सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी जिस पर बताया गया था कि पारा शिक्षक के तर्ज पर स्थायीकरण ,आंगनवाड़ी सेविका के तर्ज पर मानदेय ,5लाख तक के निशुल्क बीमा, साल में दो साड़ी ,60 साल होने पर पेंशन लागू साथ में यह भी कहा गया था कि वर्तमान समय में काम के दौरान अगर किसी प्रकार का चोट लगने पर इलाज किया जाएगा  अंत में आश्वासन दिया गया था कि सभी समझौता लागू नहीं होता है तो किसी को नहीं हटाया जाएगा लेकिन उसके बाद फिर से हटाने का प्रक्रिया शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि 2022 से बकाया मानदेय अविलंब भुगतान की जाए ,पेंशन जब तक लागू नहीं होता तब तक कोई भी रसोईया संयोजिका को नहीं हटाया जाए ,संयोजिका को नियम अनुसार मध्यान्ह भोजन विद्यालय में संचालन करने की पूरी तौर पर जिम्मेदारी दी जाए और मध्यान भोजन में शिक्षकों को पूरी तरह से मुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि ऊपर लिखी गई बातों को पूरा अगर 15 दिनों में नहीं करते हैं तो आने वाले दिनों में फिर से एक बार संगठन की ओर से आंदोलन की जाएगी मौके पर जिला अध्यक्ष मायावती देवी जिला सचिव संध्या देवी मंजू तिर्की सहित सैकड़ों की संख्या में विद्यालय रसिया संयोजिका उपस्थित रहे।

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