पाकरटांड़ :पाकरटांड़ पंचायत में मंगलवार को ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति पर फ़िया फाउंडेशन द्वारा सीएचओ ,बीपीएम एवं बीटीटी को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।मौके पर फिया फाउंडेशन से शैलेश सोरी, नवल किशोर गुप्ता एवं मंतोष कुमार प्रखंड समन्वयक के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण के द्वारान बताया गया कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर गर्भवती और धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की सेवाएं दी जाती हैं। गर्भवती और दो साल तक की उम्र के बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। दस से 19 साल तक की आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्कतानुसार कैल्शियम और आयरन की गोलियां दी जाती हैं। गर्भवती का वजन करने के साथ ही उनके गर्भ की जांच, ब्लड प्रेशर और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य की जांच एएनएम द्वारा की जाती है। बच्चों का वजन कर उन्हें पोषाहार वितरित किया जाता है। कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए रेफर किया जाता है। किसी गर्भवती या धात्री को यदि जरूरत होती है तो उन्हें भी सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया जाता है। बताया गया कि प्रत्येक माह में यह दिवस अच्छे तरीके से मनाएं एवं इसका प्रचार प्रसार भी करें ताकि लोग इस के दिन आएं।वही ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति द्वारा गांवों में स्वास्थ्य और स्व्चछता संबंधी जरूरी कार्य कराने के लिए सरकार की ओर से प्रत्येक राजस्व गांव को 10 हजार रुपए की धनराशि दी जाती है। स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों को सरकार की ओर से जो धन दिया जाता है उसमें स्वास्थ्य कार्यक्रम, पोषण, शिक्षा एवं पर्यावरण सुरक्षा के क्षेत्र में ग्राम स्तरीय गतविधियां, स्वच्छता अभियान,आरोग्यकारी गतविधियां, कूड़े कचरे का प्रबन्धन तथा परिवार सर्वेक्षण के कार्य कराए जाते हैं और ग्राम स्वास्थ्य समिति के फण्ड से ग्राम को आर्थिक योगदान भी किया जा सकता है, जिससे कि स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उसका उपयोग किया जा सके। इस समिति का बैंक में खाता खुलवाया जाता है जिसका संचालन सहिया और ग्राम के द्वारा चुने गए अध्यक्ष के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।इस समिति की मासिक बैठक गुरुवार को आंगनवाड़ी पर आयोजित टीकाकरण सत्र के दौरान आयोजित की जाती है ।बताया गया कि माह में बैठक अवश्य करें।

प्रशिक्षण के द्वारान पंचायत- पाकरटांड़ के मुखिया- दामोदर बिनझिया आदि उपस्थित थे।