केरसई:कुछ दिनों के बाद छठ महापर्व है, जो कि बड़ी ही आस्था,पवित्रता एवं शुद्धता के साथ केरसई सहित समस्त सिमडेगा जिला में धूमधाम से मनायी जाती है।

ऐसी स्थिति में छठ घाटों तक जाने वाले रास्ते जर्जर व नदी घाटों की स्वच्छता स्थिति दयनीय बनी हुई है। पूरे देश भर में स्वच्छ भारत मिशन चलाया गया था। जिसमें सभी नागरिकों ने खुले में शौच ना करने का प्रण लिया था, लेकिन इसका असर ग्रामीण इलाकों में धुंधला होता जा रहा है। प्रखण्ड अंतर्गत आने वाले पंचायतों एवं ग्रामों के आसपास के नदी वाले क्षेत्रों में आज भी कई लोग खुले में शौच कर रहे हैं। इसका प्रमुख कारण है स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता में कमी या कहें की ऐसा करने वालों पर उचित कार्रवाई न होना।केरसई में छठ पर्व की अलग ही उत्साह देखी जाती है, लेकिन छठ नदी घाटों में फैली अपार गंदगियां छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रही है।गौरतलब है कि लगभग सभी के घरों में शौचालय का निर्माण हुआ है, लेकिन कहीं न कहीं कई लोग शुरू से ही बाहर शौच करने के आदी हो चुके हैं। जिस कारण नदी घाटों में गंदगी फैली हुई है। प्रशासन को चाहिए कि समय रहते प्रखण्ड अंतर्गत छठ घाट जाने वाले रास्तों को दुरुस्त एवं घाटों की साफ सफाई सुनिश्चित कराये ताकि छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े।