जिंदल रेलवे साइडिंग एरिया में मनाई गई सरना पूजा की दसवीं वर्षगांठ

जिंदल रेलवे साइडिंग में धूमधाम के साथ सरना पूजा की वर्षगांठ मनाई गई बताते चलें कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जिंदल रेलवे साइडिंग में सरना पूजा की दसवीं वर्षगाँठ कोरोना गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए सादगी पूर्ण तरीके से मनाया गया। जिसमें हजारीबाग से आए जय सरना ट्रस्ट के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मगुरु कृष्णा ओराँव तथा केंद्रीय सचिव धर्मगुरु किरण मुंडा ने कहा कि अपने धर्म तथा आदिवासी समाज को कुरीतियों से दूर रखते हुए शिक्षा की ओर अग्रसर करने का प्रयास हम आदिवासियों के द्वारा निरंतर किया जाता रहा है। आगे भी किया जाएगा इसकी प्रेरणा सबको दी गई।वहीं इस कार्यक्रम में पतरातू क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी भूषण ओराँव विशेष रूप से शामिल हुए। भूषण ओराँव ने कहा कि प्रकृति हमारी संरक्षक है तो जेएसपीएल कंपनी क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार का एक बेहतरीन जरिया है। प्रकृति और रोजगार का यह मिलन सराहनीय पूर्ण है। मैं इसका स्वागत करता हूँ। पाहनों के सहयोग से धर्म गुरु ने सरना झंडा स्थापित कर गाँव की सुख समृद्धि की कामना करते हुए गवान्थ बाबा सरना धर्मे प्रकृति देवता से आह्वान किया कि कोरोना से गाँव एवं क्षेत्र के निवासियों की रक्षा करें। मौके पर सभी ने जल जंगल जमीन ही आदिवासी समाज की विरासत है इस बात पर जोर देते हुए इसे बचाने का संकल्प लिया। सरना पूजा की इस विशेष अवसर पर जेएसपीएल मैनेजमेंट के द्वारा इन सरना पुजारियों का बड़े ही भव्य तरीके से स्वागत किया गया। जो विगत दस वर्षों से जिंदल मैनेजमेंट की ओर से सरना पूजा के इन पुजारियों का निरंतर होता आया है। प्रकृति के इन पुजारियों के प्रति जेएसपीएल मैनेजमेंट ने हमेशा श्रद्धा एवं सम्मान की भावना दिखाते हुए इन्हें इनके सरना स्थल तक पूरे सम्मान के साथ ले जाने एवं इनकी पूजा में सहयोग करने का काम विगत दस वर्षों से किया है। जिसके लिए सरना पूजा समिति बलकुदरा के द्वारा जेएसपीएल मैनेजमेंट की तहे दिल से स्वागत की गई तथा हार्दिक बधाइयाँ दी गई। इस विशेष मौके पर पाहन बृजेश मुंडा, बैजनाथ पाहन, चरण ओराँव, राम, धीरज, चंदन ओराँव, वर्षा मुंडा, राजेश मुंडा, बादल मुंडा, सनातन कुमारी, सुगन देवी ,अशोक नैना देवी, आलोक, संस्कार मुंडा, अमितोष मुंडा, प्रिया एवं बिट्टू पाहन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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