*छठ पर्व का समापन, उदयगामी सूर्य को भक्तों ने दिया अर्ध्य…*

जलडेगा:चार दिवसीय सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा का आच चौथे दिन उदयमान सुर्य भगवान भुवन भास्कर को अर्घ्य के साथ शांतिपूर्ण वातावरण में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। शुद्धता से परिपूर्ण नहाया खाय, खरना के साथ शुरू हुए प्राकृतिक भगवान सुर्य की उपासना का रविवार अपराह्न 5:07 बजे अस्ताचल  एवं सोमवार प्रातः 6:08 बजे उदयमान सूर्य  को अर्घ्य देकर छठ व्रती महिलाओं ने मंगल कामना की। वहीं सोमवार को व्रती महिलाओं ने अन्न जल ग्रहण कर संकल्पित एवं मनोकामना पुर्ण निर्जला लोक आस्था के इस महापर्व का समापन किया गया है। इस दौरान ‘हे छठी मईया हर लीं बलैया हमार’ ‘कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाए’ आदि गीत गातीं महिलाएं छठी मईया के जयकारे के बीच घाटों की ओर बढ़ती दिखीं। घाटों पर भी भक्ति गीत गूंजते रहे। वहीं दीप जलाकर पूजा-अर्चना की। प्रखण्ड मुख्यालय मुंशी तलाब सहित प्रखण्डभर में बने छठ उत्सव को लेकर घाटों पर व्रती महिलाओं काफी उत्साहित थी पानी में खड़े होकर अस्ताचल एवं उदयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। संतान और पति के साथ ही सभी के लिए मंगल कामना की। पंडित अरुण कुमार मिश्रा ने कहा छठ पर्व जीवन के लिए सूर्य और धरती के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है। इसके माध्यम से प्रकृति और सूर्य की स्तूती कर उनका आभार व्यक्त किया जाता है। इस दौरान पुजन तैयारी एवं छठ गीतों से वातावरण भक्तिमय रहा महिलाएं घरों में पूजा सामग्री जुटाने और पकवान बनाने में व्यस्त रहीं। घाट पर पंडित अरुण कुमार मिश्रा एवं बच्छोपति महाराज की अगुवाई में भगवान सुर्य को अर्घ के बाद वेदी, हवन पुजन पूजा कर भगवान सुर्य पुजन कथा का श्रवण किए।छठ आयोजन समिति सदस्यों द्वारा छठ घाट में छठ महाप्रसाद ठकुआ, खीर, चाय आदि का वितरण किया गया। थाना  प्रभारी हिरालाल महतो के नेतृत्व में विधि व्यवस्था को लेकर पुरी सतर्कता थी। आयोजन में बसंत साहू, अनिल साहू, सुभाष साहू, बलवंत साहू, राजू साहू, रामअवतार अग्रवाल, बुधराम बड़ाइक, पन्नालाल साहू, सहीत कई लोगों का अहम् योगदान रहा।

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