सिमडेगा:मकर संक्रांति पर्व काे लेकर श्रद्धालुओं में बहुत उत्साह है। संक्रांति के मौके पर जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर सिमडेगा-रांची मार्ग पर स्थित भैरव धाम मंदिर फूलवाटाँगर को सजाया संवारा गया है।मकर संक्रांति पर 13 जनवरी एवं 14 को लगने वाले मेले में हजारों लोग जुटेंगे तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। अखंड हरिकीर्तन में भी कई समितियां शामिल हाेंगी। बताया बताया गया की 13 जनवरी को यहां पर 24 घंटे का अखंड हरी कीर्तन प्रारंभ होगा जो की 14 जनवरी तक ।पहाड़ के बीच चट्टानों से बनी भैरव बाबा की मुखाकृति को भी संवारा गया है। गांव के दो नौजवान अपनी जान हथेली पर रखकर रस्सियों के सहारे लटकते हुए पहाड़ पर बनी भैरव बाबा की मुखाकृति को रंग भरा है। बाबा के चेहरे का आकार इतना विशाल है कि रंग करने के क्रम में दोनों कलाकार उनके होठों पर खड़े होकर रंग भरते नजर आए। भैरव बाबा मंदिर की समिति 2003 में गठित हुई थी तथा समिति में जाति-धर्म का भेद नहीं रखते हुए सभी धर्मों के लोगों को पदधारी बनाया जाता रहा है। धाम में भगवान महादेव, भगवान गणेश, बजरंग बली, मां वैष्णव देवी की प्रतिमाएं स्थापित हैं। गुफाओं के भीतर काफी स्थान है और गुफाओं में एक साथ सौ श्रद्धालु बैठ सकते हैं। समिति के घनश्याम सिंह ने बताया कि भैरव बाबा मंदिर तक पहुंच पथ पक्का नहीं होने तथा सामुदायिक भवन नहीं बनने को लेकर स्थानीय ग्रामीण को नाराजगी है। लोगों की मांग है कि पथ के अलावा डीप बाेरिंग, शौचालय, सोलर लाइटिंग और रसोई का निर्माण यहां कराया जाना चाहिए। हालांकि पूर्व विधायक विमला प्रधान द्वारा यहाँ कीर्तन शेड एवं फिलहाल में कुछ दूर तक पीसीसी पथ बनाया गया वही वहां पर बिजली पानी आदि सभी प्रकार की सुविधा समिति की ओर से आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है।
